एम्स डॉक्टर पुत्र अक्षत ने आत्म-हत्या की या फिर हत्या हुई ,नहीं सुलझ पाई है गुत्थी
पुलिस मान रही थी आत्म-हत्या लेकिन परिजन जाता रहे हत्या की आशंका
सिटी पोस्ट लाईव : एम्स ,पटना के डॉक्टर त्रिभुवन के बेटे अक्षत की आत्म-हत्या का मामला और भी उलझता जा रहा है.पुलिस इसे आत्म-हत्या मानकर चल रही है और परिजन हत्या की आशंका जाता रहे हैं.मामले को उलझता देख पटना के एसएसपी मनु महाराज ने अब इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दिया है .गौरतलब है कि 14 जून को अक्षत ने आत्म-हत्या कर लिया था .उसने गोली मारकर जान दे दी थी . लेकिन इस आत्म-हत्या को लेकर कई सवाल पैदा हो गए थे .अक्षत ने खुद को खत्म करने का फैसला क्यों किया ? इसके पीछे कौन से कारण हैं ? ईन सारे सवालों के जबाब अबतक नहीं मिले हैं. मामले की तह तक पहुँचाने के लिए अब एसएसपी ने एसआईटी गठित कर दी है.
मामले की जांच करने के लिए खुद एसएसपी मनु महाराज गुरुवार को डा. त्रिभुवन के घर पहुंचे. वहां काफी देर तक रुके और कई सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश की. सिटी एसपी वेस्ट रवीन्द्र कुमार को एसआईटी का इंचार्ज बनाया है. जबकि फुलवारी शरीफ के एसडीपीओ रमाकांत प्रसाद, फुलवारी शरीफ के थानेदार अजीत कुमार, सब इंस्पेक्टर दिनेश बहादुर सिंह, स्मृति कुमारी, कोतवाली की सब इंस्पेक्टर रवि रंजना और पुलिस लाइन में तैनात सब इंस्पेक्टर मृत्युंजय कुमार को भी एसआईटी में शामिल किया गया है.
इस केस की जांच और एसआईटी जरुर करेगी लेकिन एसएसपी मनु महाराज की इस टीम पर हमेशा नजर रहेगी . केस का पहला रिव्यू कल शुक्रवार को होगा. सुबह में 11 बजे में एसआईटी इंचार्ज और इसमें शामिल सभी पुलिस वालों को एसएसपी ऑफिस तलब किया गया है . अक्षत सुसाइड केस की जांच करते हुए पुलिस के सामने चौंकाने वाली बात आई थी. अक्षत ने 40 हजार रुपए में पिस्टल खरीदा था. जांच के दौरान रुपए लेकर गैरकानूनी तरीके से पिस्टल की सप्लाई करने वालों के बारे में खंगाला गया. जिसके बाद पुलिस फुलवारी शरीफ के ही रहने वाले सूरज कुमार और मो. ओकासा तक पहुंच पाई थी. इन दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. अब ये जेल के अंदर हैं.
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