सिटी पोस्ट लाइव, रांची: अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) ने झारखंड के कोऑपरेटिव बैंक सरायकेला शाखा से 33 करोड़ रुपए घोटाले के मामले में तत्कालीन केसियर मनसा राम महतो को गिरफ्तार किया है। एडीजी अनिल पालटा ने बुधवार को बताया कि मामले में कैसियर को गिरफ्तार किया गया है और पूछताछ के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया गया हैं। सीआईडी की टीम ने उसे जमशेदपुर से पकड़ा है। मनसा से टीम ने पूछताछ करने के बाद उसे जेल भेज दिया । इससे पूर्व तत्कालीन ब्रांच मैनेजर सुनील कुमार सतपति को सीआईडी ने पिछले 22 मई को गिरफ्तार किया था।
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उन पर लगभग 33 करोड़ का लोन गलत तरीके से देने का आरोप था। डीएमई मद में शाखा प्रबंधक द्वारा 32 लाख से 37 हजार 500 की अवैध निकासी की गई थी। इस दौरान केसियर कार्यरत था। इसके द्वारा मैनेजर के साथ मिलकर डीएमई मद की पूरी राशि अवैध तरीके से निकासी की गई थी। उपरोक्त अंकित किए गए ऋण राशि में से एक करोड़ 10 लाख रुपए का एक ऋण खाता का चेकर आईडी मनसा राम महतो का इस्तेमाल हुआ पाया गया। जिसके लिए और अप्राथमिकी अभियुक्त के रूप में मनसा राम महतो को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। साथ में लोन की अदायगी के लिए बैंक की ओर से कोई प्रयास नहीं की गई थी।
उल्लेखनीय है कि कोऑपरेटिव बैंक में साल 2011 से लेकर 2016 तक बैंक अधिकारियों के सहयोग से लगभग 33 करोड़ का लोन घोटाला हुआ है । विभागीय जांच के बाद इस मामले में अगस्त 2019 में सरायकेला के संजय डालमिया सहित अन्य बैंक कर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी। मामले में सुनील कुमार सतपति, मदन लाल प्रजापति वीरेंद्र कुमार, शंकर बंधोपाध्याय लाल मनोज नाथ शहदेव संदीप सेन बृजेश्वर नाथ और संदीप कुमार डालमिया शामिल हैं।
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