City Post Live
NEWS 24x7

गया : स्‍पीडी ट्रायल के तहत 15 दिनों में दोषियों को फंसी मिलनी चाहिए : पप्पू यादव

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

गया : स्‍पीडी ट्रायल के तहत 15 दिनों में दोषियों को फंसी मिलनी चाहिए : पप्पू यादव

सिटी पोस्ट लाइव : गया जिले के सोनडीहा गांव के एक दर्जन लोगों द्वारा डॉक्टर को पेड़ से बांध कर उसकी पत्नी के साथ किये गए गैंग रेप की घटना पर अब सियासत तेज हो गई है. शुक्रवार को जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और मधेपुरा के सांसद पप्‍पू यादव ने कहा कि इस मामले में अदालत को स्‍वत: संज्ञान लेकर स्‍पीडी ट्रायल कर दोषियों को 15 दिनों के भीतर फांसी की सजा देनी चाहिए. पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में अपराध के सरगनाओं की समाप्ति हो रही है लेकिन उनके चमचों का बोलबाला बढ़ता जा रहा है. इसी का परिणाम है की गुरारू में अपराधियों ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने से नहीं हिचके. पप्पू यादव ने कहा कि ऐसी घटना पर खुद आगे आकर न्यायधीश महोदय को संज्ञान लेना चाहिए.

वहीं प्रशासन पर सवाल उठाते हुए पप्पू यादव ने कहा कि पुलिस निकम्मी हो चुकी है. वरीय अधिकारी अपनी पीठ थपथपाने के लिए यह बताने में लगे हैं कि बच्ची के साथ कोई दुष्कर्म नहीं हुआ. लेकिन अगर मेडिकल जांच न्यायाधीश की मौजूदगी में हो तो सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. बता दें घटना के बाद खबर मिली थी कि बच्ची और मां दोनों के साथ एक दर्जन अपराधियों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था. लेकिन बाद में पुलिस प्रशसन ने कहा कि सिर्फ महिला के साथ ये घटना हुई थी. वहीँ पप्पू यादव ने गैंगरेप के मामले में पुलिस के हत्थे चढ़े संध्या गांव के 17 लोगों की गिरफ्तारी के बारे में कहा कि वह कौन कुकर्मी सांसद हैं, जिसके इशारे पर आरोपितों को थाने से रिहा कर दिया गया और वह भी रात के अंधेरे में. आखिर वे क्‍या छुपाना चाहते हैं. हमारी मांग है कि इस घटना के आरोपितों के विरुद्ध स्पीडी ट्रायल चलाकर 15 दिनों के अंदर फांसी की सजा देनी चाहिए.

गौरतलब है कि गुरारू में निजी क्लीनिक चलाने के बाद जब  डॉक्टर अपनी पत्नी व बेटी के साथ घर जा रहे थे. सोनडीहा गांव के पास अपराधियों ने हमला कर दिया. डॉक्टर की बाइक रुकवाया. सड़क से थोड़ी दूर ले जाकर डॉक्टर को पेड़ से बाँध दिया और फिर रात भर मां बेटी के साथ गैंगरेप करते रहे. हैरत की बात ये है कि किसी अपराधिक गिरोह ने नहीं बल्कि गांव के लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया. अपने तरह का प्रदेश में यह पहला मामला है, जहाँ मां-बेटी के साथ ग्रामीणों ने सामुहिक रूप से गैंगरेप किया है. ये गैंगरेप घंटो गांव में होता रहा लेकिन पुलिस अनभिज्ञ रही. पुलिस घटना हो जाने के कई घंटे बाद पहुंची. मामला दर्ज किया. जब मीडिया की सुर्खियाँ बन गई यह खबर तो  पुलिस ने सोनडीहा में छापेमारी कर 17 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया. बाद में 2 लोगों को छोड़ सबको रिहा भी कार दिया.

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

Comments are closed.