City Post Live
NEWS 24x7

कोरोना वायरस का ख़ौफ का असर झारखंड के अपराधियों में भी दिख रहा

- Sponsored -

- Sponsored -

-sponsored-

कोरोना वायरस का ख़ौफ का असर झारखंड के अपराधियों में भी दिख रहा
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: कोरोना वायरस का ख़ौफ का असर झारखंड के अपराधियों में भी दिख रहा है। राज्य में आपराधिक गतिविधि कम हो गई है। अपराधी भी कोरोना वायरस के डर से भूमिगत हो गए हैं। अपराधी भी लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं। पिछले 5 दिन दिनों में राज्य में हत्या दुष्कर्म चोरी लूट डकैती और छिनतई जैसी घटनाओं में काफी कमी आई है। वहीं पुलिस भी अपराधियों को पकड़ने के लिए दबिश को होल्ड कर लॉक डाउन का पालन कराने में जुटी हुई है। पुलिस लोक डाउन के पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉक डाउन के बाद लोगों में खौफ है। कोरोना वायरस का डर अपराधियों को भी सताने लगा है। लॉक डाउन के बाद वह भी पूरी तरह से घरों में लोग बंद हो गए हैं। ऐसी स्थिति में राज्य में आपराधिक घटनाएं भी रुक गई है। अपराधी भी करो ना के खौफ से भूमिगत हो गए हैं।
अपराधियों की बात करें तो राज्य में हर दिन लगभग छह हत्या, पांच दुष्कर्म , चोरी और छिनतई की दर्जनों घटनाएं होती थी। लेकिन लॉक डाउन के बाद स्थिति बदल गई है । इन सभी घटनाओं में कमी आयी है। कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए देशभर में लॉक डाउन के बाद से राज्य में हुए बड़े मामले के अनुसंधान पर भी फिलहाल विराम लग गया है। राज्य पुलिस शक्ति के साथ लोगों को लोक डाउन का पालन कराने में जुटी हुई है। सीबीआई, ईडी और एनआईए के भी हाथ बंध गए हैं। कई मामलों में कोर्ट में पेशी से लेकर अनुसंधान तक आगे नहीं बढ़ पा रहा है इन एजेंसियों के अधिकारी बंदे हाथों से माहौल सामान्य होने की राह देख रहे हैं।
एक आईपीएस अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि राज्य में अपराध में कमी होने की बड़ी वजह कोरोना वायरस से संक्रमित होने का डर और पुलिस की ओर से लगाए गए धारा 144 का असर है ।इसके कारण अपराधिक प्रवृत्ति के लोग भी घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। साथ ही शराब दुकानों के बंद होने के बाद खुले स्थानों में बैठकर शराब पीने के मामले में भी भारी कमी आई है। ज्यादातर थानों में एक भी मामले दर्ज नहीं हुए हैं । बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन ,ऑटो स्टैंड, शराब दुकान, बार, रेस्टोरेंट आदि स्थानों के बंद होने का काफी असर पड़ा है। आमतौर पर इन स्थानों पर अपराधी, नशेड़ी और तस्कर सक्रिय रहते हैं । बंद होने की वजह से इन स्थानों में ऐसे लोग नदारद हो गए हैं। इस वजह से आपराधिक घटनाओं में भारी कमी आई है। एडीजी अभियान सह पुलिस प्रवक्ता मुरारी लाल मीणा ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से लॉक डाउन के बाद आपराधिक घटनाओं में बेहद कमी आई है।

 

-sponsored-

- Sponsored -

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.