रांची: रांची सहित पूरे राज्य में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस दौरान रांची के रिम्स और सदर अस्पताल में भी मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण का फैलाव ज्यादा ना हो, इसे लेकर कई निर्णय अस्पताल प्रबंधन द्वारा लिया गया है। पूरे झारखंड में में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 14255 पहुंच गयी है। कोरोना के बढ़ते रफ्तार को देखते हुए रिम्स ओपीडी में शुक्रवार को सिर्फ 60 मरीजों को ही डॉक्टरी सलाह दी गयी। वहीं दूसरी ओर सैकड़ों मरीज निराश होकर वापस लौट गये। रिम्स प्रबंधन की ओर से गुरूवार को निर्णय लिया गया था कि जब तक कोरोना के मरीजों की संख्या कम नहीं होती है, तब तक पहली पाली में 40 और दूसरी पाली में 20 मरीजों की ही ओपीडी में परामर्श मिलेगा। इसी को लेकर शुक्रवार को सिर्फ 60 मरीजों को परामर्श दिया गया।
इस संबंध में रिम्स के प्रवक्ता डॉ डीके सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में ओमीक्रॉन का खतरा मंडरा रहा है और यह तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है। इसी को ध्यान में रखते हुए रिम्स के आउटडोर में मात्र 60 मरीजों को ही चिकित्सक परामर्श देंगे, जिसकी शुरुआत आज से हो गयी है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण से रिम्स के चिकित्सक, नर्स और स्टाफ भी अछूता नहीं हैं। यहां के सैकड़ों डॉक्टर जिनमें सीनियर रेसिडेंट, जूनियर रेसिडेंट, मेडिकल के छात्र के अलावे नर्स और स्टाफ भी संक्रमित हुए हैं। इस वजह से अस्पताल में मैनपावर की कमी हो गयी है। इसी को ध्यान में रखते हुए रिम्स के ओपीडी में 60 मरीजों को ही डॉक्टरी सलाह की शुरूआत शुक्रवार से की गयी है।
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