सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: देशभर में कोरोना का संक्रमण फिर से तेजी से फैल रहा है। इसको लेकर झारखंड में भी कोरोना के संक्रमण के रोकथाम के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है। इन सब का असर प्रदेश के एकमात्र सिद्ध पीठ रजरप्पा मां छिन्नमस्तिके दरबार पर भी पड़ा है। कोरोना के कहर की वजह से श्रद्धालुओं की संख्या में काफी कमी हो गई है। यहां हर दिन हजारों लोग दर्शन और पूजा के लिए आते हैं। लेकिन नई गाइडलाइन जारी होने के बाद पहली रविवार को ही यहां जुटने वाली है हजारों की तादाद सैकड़ों में सिमट गई।
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रविवार की सुबह ऐसा लग रहा था मानो यहां सन्नाटा पसर गया हो। दूसरे प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगभग नहीं के बराबर थी। स्थानीय लोगों के अलावा रांची, जमशेदपुर, बोकारो, हजारीबाग के श्रद्धालु ही इस मंदिर में दिखे। इक्का-दुक्का गाड़ियां बिहार और उत्तर प्रदेश की भी थी। पुजारी असीम पंडा ने बताया कि नई गाइडलाइन जारी होने के बाद अचानक श्रद्धालुओं की संख्या घट गई है। दरअसल नई गाइडलाइन की वजह से मंदिरों में भी एहतियात बरता जा रहा है। यहां जुटने वाली भीड़ की वजह से दो गज शारीरिक दूरी का अनुपालन करना मुश्किल होता है। हालांकि मंदिर में लोगों के बिना मास्क के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। लेकिन यहां श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम होने की वजह से ना तो किसी को परेशानी हुई और ना ही 2 गज शारीरिक दूरी के नियम का उल्लंघन हुआ।
मां छिन्नमस्तिके दरबार में पूजा करने पहुंचे उत्तर प्रदेश के राकेश सिंह और उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि हर वर्ष में यहां पूजा करने आते थे। पिछले वर्ष मंदिर बंद था। इस बार भी कोरोना कहर जारी है। सबसे पहले लोग खुद की रक्षा करें। कोरोना की वजह से आसपास के लोगों ने भी मंदिर में आना बंद कर दिया है।
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