दिव्यांगों की भी सुध ले सरकार, स्थिति बेहद चिंताजनक : ए.पी.पाठक
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना ने पूरे विश्व की स्थिति को दयनीय बना रखा है। लोग वायरस से तो मर ही रहे है जो बच गए है उनके लिए भूख एक बड़ी आफत बनती जा रही है। आज ही खबर आई कि 20 अप्रैल तक अमेरिका में 2 करोड़ लोगों की नौकरी चली जायेगी, इसका मतलब है कि 2 करोड़ लोग बेरोज़गार हो जाएंगे। ऐसी स्थिति अगर अमेरिका की है तो भारत की स्थिति तो और खस्ता हाल होनी है। जैसा कि हम दिल्ली और मुम्बई में देख भी चुके है कि कैसे लोग एक अफवाह पर भी घरों के लिए निकल जा रहे है।
इसका सीधा सा अर्थ ये है कि वो लोग भयग्रस्त हो गए है अपने रोज़ी रोटी को ले कर। या सरकार उनके भोजन के लिए कोई व्यवस्था नही कर पाई है। ये हाल तो उनका जो शाररिक तौर पर सक्षम लोग है। मुझे सबसे बड़ी चिंता दिव्यांग जनों के लिए है।ना तो वो कही बाहर निकल पाएंगे ना ही इस लॉकडौन मे उनतक कोई आसानी से पहुँच पायेगा। ना ही सरकार ने उनतक पहुचने के लिए किसी भी तरह की कोई खास योजना बनाई है।अब तो सामाजिक लोगो और सरकारी अफसरों से ही उम्मीद हैं कि वो ऐसे लोगो को चिन्हित करेंगे और उनकी मदद करेंगे। इसके अलावा पश्चिमी चंपारण जो कि मेरा गृह जनपद है वहां चीनी मिलों ने लंबे समय से किसानों का भुगतान भी नही किया है अब ऐसे में जो किसान भुगतान के सहारे बैठे होंगे उनकी स्थिति तो बहुत चिंता जनक होगी।
राज्य सरकार को इसमें हस्तक्षेप कर जल्द से जल्द किसानों का भुगतान करवाना चाहिए। इसके अलावा फसलों की कटाई और मुड़ाइ अगर सही समय पर नही होगी तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ जायेगा उसकी भरपाई कैसे होगी?वो किसान जिन्होंने किसी वित्तिय संस्था से कर्ज ले कर बुवाई की होगी वो कैसे अपने कर्ज़ का भुगतान कर पाएंगे? इसके अलावा अगले सत्र की बुवाई में भी विलंभ होगा जिससे पैदावार पर असर पड़ेगा। सरकार को चाहिए कि कम से कम इनलोगो के बारे में विशेष चिंता करे और इनके लिए अलग से व्यवस्था करवाएं। दिव्यांग जनों के लिए भोजन और जरूरी दवाइयों की आपूर्ति करवाई जाए और उनकी सेहत का ख्याल भी रखा जाए वरना कोरोना से नही तो असुविधा और अपनी अक्षमता से जरूर ऐसे लोगो को मृत्यु तुल्य कष्ट उठाना पड़ जायेगा।
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