सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: जिले में अकीदत के साथ ईद मनाई गई। लॉक डाउन की वजह से यह त्यौहार इस वर्ष बेहद सादगी से मनाया गया। इस दिन दोस्तों और पड़ोसियों से गले मिला जाता है। लेकिन अब कोरोना वायरस के कारण लोग हाथ तक नहीं मिला सके। लॉक डाउन की पाबंदियां और महामारी के डर से लोग एक दूसरे से दूरी बना रहे हैं। लोग शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं। जिले की सभी मस्जिदें बंद रहने की वजह से अलविदा जुमा की नमाज़ भी लोगों ने घरों में ही रहकर अता की। इसी तरह ईद की नमाज़ भी मस्जिद और ईदगाह में जमात के साथ पढ़ने के बजाय, लोगों ने अपने घरों में ही रहकर शुक्राने की नमाज़ अता की।
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गोलपार जामा मस्जिद के इमाम मौलाना कलीमुद्दीन रिज़्वी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनज़र रमज़ान के दौरान भी हमारी तरफ से लोगों को अपने घरों में रहने की अपील की गई। लोगों को मस्जिद जाने के बजाय घरों में ही रहकर ईद की नमाज़ के बदले शुक्राने की नमाज़ अता करने को कहा गया। मुस्लिम समाज के सभी लोगों ने इस पर संजीदगी से अमल करते हुए अपने घरों में ही नमाज़ें पढ़ी। नमाज़ के बाद लाइलाज बीमारी कोरोना वायरस की पूरे मुल्क से ख़ात्मे और पूरे मुल्क में अमन चैन हमेशा बना रहे इस तरह की दुआऐं अल्लाह के बारगाह में की गई ।
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