सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड में कोरोना वारयस से मरने वालों का आंकड़ा पूरे 700 पर पहुंच गया है। सबसे ज्यादा मौतें स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के गृह जिले जमशेदपुर में हुई है। जमशेदपुर में 298 लोगों ने कोरोना से जान गंवाई है। जबकि राजधानी रांची में 112 लोगों की और धनबाद में 62 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। इन तीन शहरों में सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स, एमजीएम और पीएमसीएच हैं।जहां कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है. साथ ही जमशेदपुर में टीएमएच को भी कोविड सेंटर बनाया गया है. धनबाद मे सेंट्रल हॉस्पिटल को भी कोविड सेंटर बनाया गया है। जमशेदपुर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का गृह जिला भी है। वे जमशेदपुर पश्चिमी से कांग्रेस के विधायक हैं। मंत्री लगातार जमशेदपुर में बैठकें भी करते रहे हैं। राहत की खबर यह भी है कि राज्य में कोरोना से रिकवरी रेट 85.28 प्रतिशत हो गया है। जबकि देश में रिकवरी रेट 83.30प्रतिशत हो गया है। सबसे कम पाकुड़ में कोरोना वायरस से दो लोगों की मौत हुई है। बोकारो में और हजारीबाग में 23-23 लोगों ने कोरोना से दम तोड़ा।
गौरतलब है कि झारखंड में कोरोना से पहली मौत 9 अप्रैल को बोकोरो में हुई थी। लगभग 70 साल का वह बुजुर्ग मरीज बोकारो जिले में गोमिया प्रखंड अंतर्गत साड़म के रहने वाले थे। पिछले तीन महीने में मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। 12 जुलाई की रात दस बजे जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक पूरे राज्य में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 202 थी। इसके बाद 80 दिनों में 498 लोगों की जान गई। झारखंड में कोराना का ग्रोथ रेट 1.57 प्रतिशत पर है। जबकि देश में यह 1.41 प्रतिशत पर है। जुलाई महीने की पहली तारीख को तमाम आंकड़े बता रहे थे कि राज्य कोरोना के जद से तेजी से बाहर निकल रहा है, लेकिन बाद में कोरोना ने पलट कर लपेटना शुरू कर दिया।
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