झारखंड आने वाले प्रवासी श्रमिकों का किराया कांग्रेस पार्टी वहन करेगी: रामेश्वर उरांव
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देशानुसार और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह राज्य के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रवासी कामगारों और मुश्किल में फंसे लोगों की घर वापसी सुनिश्चित करने में खर्च का वहन किया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि हालांकि राष्ट्रव्यापी पूर्ण तालाबंदी के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे सभी प्रवासी कामगारों की घर वापसी की जिम्मेवारी केंद्र सरकार पर थी, केंद्र सरकार के पास कोविड-19 राहत कोष में हजारों करोड़ रुपये जमा थे, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा अपने दायित्वों से मुंह मोड़ लेने के कारण कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से इस काम में सभी कार्यकर्त्ताओं से बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की गयी है। उन्होंने कहा कि एक ओर रेलवे की ओर से 151 करोड़ रुपये की सहायता प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करायी जाती है और रेलमंत्री पीयूष गोयल रेलवे द्वारा किये जा रहे कार्या को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, वहीं संकट की इस घड़ी में रेलवे द्वारा 40 से अधिक दिनों से बेरोजगार और मुश्किल में फंसे दिहाड़ी मजदूरों से पैसे की वसूली किया जाना अमानवीय कृत है।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस राहत निगरानी (कोविड-19) समिति की रांची स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई बैठक में आज देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी श्रमिकों की वापसी को लेकर विस्तृत कार्ययोजना पर चर्चा हुई। वहीं देश के दूसरे हिस्सों के श्रमिक जो झारखंड के विभिन्न जिलों में फंसे है, उन्हें भी वापस घर भेजने को लेकर सभी जिला अध्यक्षों और प्रखंड अध्यक्षों से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार कर सभी प्रवासी कामगारों की घर वापसी सुनिश्चित करने का काम प्रारंभ कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव की ओर से इस संबंध में विभिन्न राज्यों से स्पेशल ट्रेन चलाने की व्यवस्था को लेकर भी बातचीत की जा रही है, जबकि विभिन्न जिला मुख्यालयों से भी प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने के लिए सैकड़ों यात्री बस पड़ोसी राज्यों के लिए रवाना हो चुकी है, वहीं झारखंड के विभिन्न जिलों में भी फंसे कामगारों को पड़ोसी राज्यों की सीमा तक निःशुल्क रूप से छोड़ने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्त्ता इस संकट की घड़ी में मेहनतकशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने के मानव सेवा के इस संकल्प में योगदान देने के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है।
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