सिटी पोस्ट लाइव, बलिया: ‘यास’ तूफान ने जिले के उन किसानों की चिंता बढ़ा दी है, जिनका गेहूं क्रय केंद्र पर अभी बिक नहीं सका है। खलिहान में पड़े गेहूं सुरक्षित करने में किसान जुट गए हैं। जिले में इस बार बार गेहूं की अच्छी पैदावार हुई है। किसानों से गेहूं क्रय करने के लिए जिले भर में 75 क्रय केंद्र स्थापित हैं। पीसीएफ के नौ क्रय केंद्र मंडी में बनाये गए हैं। पिछले सप्ताह तक तीस हजार मीट्रिक टन से अधिक की खरीद की जा चुकी है। जिलाधिकारी अदिति सिंह ने प्रतिदिन छह सौ एमटी गेहूं खरीदने के निर्देश दिए हैं। उधर, खेतों से गेहूं की फसल काटकर किसानों ने खलिहानों में इस उम्मीद के साथ रखा है कि सरकारी क्रय केंद्र पर गेहूं की बिक्री कर अच्छा मुनाफा अर्जित कर लेंगे। इस बीच विभिन्न कारणों से जिले के कई गेहूं क्रय केंद्रों पर खरीद प्रक्रिया अपेक्षाकृत तेजी नहीं पकड़ सकी है। गेहूं की बिक्री के लिए टोकन एलाट होने के बावजूद भी कई किसान महीने भर से अपने खलिहान में गेहूं रखकर इंतजार कर रहे हैं।
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एक सप्ताह पहले देश में ताउते तूफान ने असर दिखाया, जिले में बारिश हुई थी। कई किसानों के गेहूं खलिहान में ही भीग गए। जिससे उन्हें काफी नुकसान भी उठाना पड़ा। सोहांव विकास खण्ड के कथारिया निवासी किसान यशवंत सिंह बताते हैं कि करीब 300 कुंतल गेहूं खलिहान में रख कर मैं महीने भर से इंतजार कर रहा हूं। पर आज तक अपना गेहूं बेच नहीं सका। वहीं दौलतपुर निवासी युवा किसान संतोष सिंह ने बताया कि अप्रैल माह की 23 तारीख को मैंने अपना टोकन बुक कराया था। फिलहाल अब तक गेहूं बेचने में सफल नहीं हो सका। क्रय केंद्र जाने पर कभी कुछ तो कभी कुछ उत्तर मिलता है। किसान यशवंत सिंह ने बताया कि यास तूफान को लेकर जानकारी मिल रही है कि जिले में भी 27 मई से बारिश हो सकती है। ऐसे में हमारे मन में बेचैनी बढ़ रही है। यदि बारिश आने से पहले हमारा गेहूं क्रय केंद्र पर नहीं बिका तो हमें काफी नुकसान होगा।
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