राज्यपाल के अभिभाषण के साथ विस का बजट सत्र शुरू
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सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र आज राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हो गया। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा समेत विपक्षी दलों के कई सदस्य शोर-शराबा और टोका-टाकी करते रहे। झामुमो के कई सदस्य अपनी बातों को रखते हुए आसन के निकट भी आ गये, लेकिन बाद वे अपनी सीट पर जाकर बैठ गये और अपने स्थान पर ही खड़े होकर अभिभाषण के बीच-बीच में अपनी बातों को कहते रहे। दूसरी तरफ राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सत्तापक्ष के सदस्य मेज थपथपाकर स्वागत करते रहे। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा कि विकास के वृक्ष को भ्रष्टाचार की बीमारी से बचाने और भ्रष्टाचार मुक्त झारखंड के निर्माण के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी वर्गों के गरीबों किसानों ,वंचितों और समाज के उपेक्षित वर्ग के विकास के लिए सरकार कार्य कर रही है। एक विकसित समृद्ध और खुशहाल झारखंड के सपने को साकार करने के लिए सरकार ने बिना एक पल भी गवाएं संजीदगी एवं गंभीरता से कार्य करना प्रारंभ किया। राज्यपाल ने कहा कि झारखंड में अपराध मुक्त, भयमुक्त और अन्याय मुक्त वातावरण सृजन के लिए कानून द्वारा कानून का राज स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद की समस्या झारखंड राज्य गठन के पूर्व से चली आ रही थी जो कि राज्य के विकास में निश्चित एक बड़ी बाधा थी लेकिन राज्य सरकार के प्रयास और और आकर्षक प्रत्यारोपण, पुनर्वास तथा पुरस्कार नीति के कारण 200 से अधिक उच्च पद धारक उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया तथा 125 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि झारखंड राज्य में उग्रवाद प्रभावित जिलों की संख्या 21 से घटकर 19 हो गई है और अति उग्रवाद प्रभावित जिलों की संख्या 16 से घटकर 13 हो गई है । सत्र के पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष ने बजट सत्र के लिए सभापति और कार्यमंत्रणा समिति का गठन किया गया। बजट सत्र के पहले दिन सदन में विगत सत्र से अब तक की अवधि में कई महत्वपूर्ण राजनेता, कलाकार और समाजसेवियों के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, मुख्यमंत्री रघुवर दास और नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन समेत अन्य दलों के सदस्यों ने शोक संवेदना व्यक्त की गयी। दिवंगत आत्माओं को सदन में श्रद्धांजलि देने के बाद कुछ पल के लिए मौन रखा गया, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को शुक्रवार अपराह्न 11बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
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