मंडल डैम से शहीद नीलाम्बर-पीताम्बर का गांव भी डूब जाएगा : हेमंत सोरेन
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जिस मंडल डैम परियोजना का शिलान्यास किया,उससे जमीन झारखंड का जाएगा, गांव झारखंड के उजड़ृंगे और फायदा बिहार को मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना से अमर शही नीलाम्बर-पीताम्बर गा गांव चेमोसरिया भी डूब जाएगा, राज्य के किसान तथा गरीब अनुसूचित जनजाति, जाति के लोग विस्थापित होंगे, लेकिन पानी बिहार को जाएगा। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी मंडल डैम के जल बंटवारे के वर्तमान फॉर्मूले का विरोध करती है और इसे रद्द करेन की मांग करती है तथा यह भी मांग करती है कि इस डैम का 70 प्रतिशत पानी झारखंड के किसानों के खेतों में दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि मंडल डैम से 24 मेगावाट बिजली उत्पादित होगी और बिजली झारखंड को मिलेगी, लेकिन पलामू-गढ़वा के लोगों की असल जरुरत पानी है। उन्होंने कहा कि यह काफी शर्म की बात है कि मुख्यमंत्री बाहर के लोगों को बुलाये और राज्य का सारा पानी उसके हाथों में सौंप दें, ऐसा इसलिए हो रहा है, मुख्यमंत्री रघुवर दास मूल रूप से झारखंड के रहने वाले नहीं है। उन्होंने रघुवर दास को प्रवासी बताते हुए कहा कि उन्हें झारखंड की नहीं,सत्ता की चिंता है। पलामू, गढ़वा और लातेहार जैसे सूखाग्रस्त क्षेत्र के किसानों की छाती से गुजरकर यह पानी बिहार के ख्ेतों को लहलहायेगा। वर्तमान फॉर्मूले के अनुसार डैम का 75 प्रतिशत पानी बिहार को और 25 प्रतिशत पानी झारखंड को मिलेगा। हेमंत सोरेन ने कहा कि यह परियोजना भाजपा और झारखंड के प्रवासी मुख्यमंत्री के झारखंड विरोधी चरित्र को उजागर करता है। पहले इन्होंने खदानों को लूटा, कंबल में लूट मचायी, बेरोजगार युवकों के रोजगार में डाका डाला और अब झारखंड के किसानों का भाग्य और भविष्य लूटने पर आमदा है। उन्होंने बताया कि पार्टी की ओर से आगामी 12 जनवरी से पांच दिवसीय पलामू प्रमंडल में संघर्ष यात्रा निकाली जाएगी, वे मंडल डैम से प्रभावित गांवों में भी जाएंगे और लोगों के साथ मिलकर संघर्ष करेंगे।
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आजसू पार्टी सरकार से समर्थन वापस लें, तो महागठबंधन में स्वागत : हेमंत सोरेन
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि पार्टी आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव समान विचारधारा वाले दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी, इसके लिए महागठबंधन का स्वरूप तय करने पर विचार-विमर्श हो रहा है। हेमंत सोरेन ने आज रांची में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महागठबंधन के स्वरूप और सीटों के बंटवारे को लेकर आगामी 17 जनवरी को सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक बुलायी गयी है। इस बैठक में वामपंथी दलों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन को लेकर कहीं कोई आपस में झगड़ा नहीं है, कुछ सीटों को लेकर विभिन्न दलों के नेताओं के बीच थोड़ी-बहुत जिच है, जिसे आपस में मिलबैठकर दूर कर लिया जाएगा। भाकपा द्वारा हजारीबाग संसदीय सीट पर दावा किये जाने के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में हेमंत सोरेन ने कहा कि इस तरह की कुछ अन्य दावेदारी महागठबंधन में शामिल दलों के नेता कर रहे है, इन्हीं सब मुद्दों को लेकर बैठक में समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा। आजसू पार्टी को महागठबंधन में शामिल किये जाने के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में हेमंत सोरेन ने कहा कि पहले आजसू पार्टी सरकार से समर्थन वापस लें और मंत्रिमंडल से बाहर हो, उसके बाद ही आजसू पार्टी के महागठबंधन में शामिल होने के मुद्दे पर बात हो सकती है।
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