सिटी पोस्ट लाइव, दुमका: झारखंड में दुमका जिला प्रशासन ने ज़िले में क्षमता से अधिक सामग्री की ढुलाई करनेवाले वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने का संकेत दिया है। उपायुक्त राजेश्वरी बी की अध्यक्षता में बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले को जोड़ने वाली सीमावर्ती क्षेत्र की सड़कों पर परिवहन व्यवस्था की समीक्षा की गई। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि दुमका जिलान्तर्गत विभिन्न पथों पर यातायात का भार बढ़ गया है। बारिश का मौसम में ओवरलोड गाड़ियों के परिचालन की वजह से सड़कों में टूट-फूट भी हो रही है। उन्होंने जिले में यातायात को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने के साथ सुगमता पूर्वक वाहनों के परिचालन के लिए समन्वय स्थापित करने पर जोर देते हुए कहा कि जिले में अनेक जगहों पर सड़क खराब होने की सूचना मिल रही है।
इस पर जिला प्रशासन द्वारा जल्द से जल्द निर्माण कर विभिन्न पथों को सुगम बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला अंतर्गत टावर चौक से नंदी चौक तक 10 मीटर चौड़ी सड़क के निर्माण का कार्य शीघ्र ही शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि दुमका भागलपुर मुख्य पथ पर भूरभूरी पुल के क्षतिग्रस्त होने से अन्य पथों पर वाहनों की आवाजाही बढ़ जाने समस्याएं उत्पन्न हो रही है। बैठक में जिले की विभिन्न सड़क और पुल पुलिया की स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इसी क्रम में उपायुक्त ने कहा कि सीमावर्ती जिलों से आ रहे हैं वाहनों की जांच की जाएगी और ’ओवरलोडिंग वाहनों को जिले में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। जिले की सभी सीमा पर चेक पोस्ट बनाया जाएगा। चेक पोस्ट में वाहन की जांच के बाद ही जिले में वाहनों के प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने सड़क सुरक्षा समिति एवं पुलिस बल को आपस में समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया। बैठक में उप विकास आयुक्त डॉ संजय सिंह, अपर समाहर्ता सुनील कुमार, अनुमंडल महेश्वर महतों सहित अन्य पदाधिकारी भी शामिल हुए।
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