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सीएए, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में राजद का राजभवन मार्च

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सीएए, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में राजद का राजभवन मार्च

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: सिटीजनशिप अमेडमेंट एक्ट (सीएए),  नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंंस (एनआरसी) के विरोध में मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने  राजभवन मार्च निकाला। मार्च के बाद कार्यकर्ताओं ने राजभवन के समक्ष महाधरना दिया गया। सोमवार काे राजद कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में मोरहाबादी मैदान से राजभवन तक मार्च किया। राजभवन पहुंच कर मार्च महाधरना में तब्दील हो गया। इस मौके पर राजद के प्रदेश प्रभारी व पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश नारायण यादव ने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर जैसे कालेे कानून के खिलाफ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर राजभवन मार्च निकाला गया है। उन्होंने संविधान बचाना है, भाजपा को भगाना है का नारा देते हुये कहा कि हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को मानने वाले हैं। हम गोड्सेवादी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आज सीएए, एनपीआर, एनआरसी के जरिये नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन हम नफरत नहीं फैलाने देंगे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की तानाशाही नहीं चलेगी। हम सब एक हैं। लोकसभा में कहा गया कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर पूरे देश में लागू किया जायेगा, लेकिन हम इसे लागू नहीं होने देंगे।

मौके पर हेमंत सरकार में राजद कोटे से मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि भारत सरकार को विकास, रोजगार की बात करनी चाहिए लेकिन भाजपा पाकिस्तान और मुसलमान की बात करती है। उन्होंने कहा कि झारखंड में सीएए, एनआरसी और एनपीआर लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि सीएए को इसे वापस लेना ही पड़ेगा। मौके पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने कहा कि एनआरसी, सीएए और एनपीआर को लेकर यह लोग देश में नफरत फैला रहे हैं। हम झारखंड में इसे लागू नहीं होने देंगे। इसे लेकर हमारा विरोध जारी है और जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि संसद में पास हुए इस कालेे कानून का हम विरोध करते हैं। सरकार को इसे अविलंब वापस लेना होगा। उन्होंने कहा कि हम यहीं पैदा हुए और हम से ही नागरिकता प्रमाणपत्र मांगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि असम में यह कानून पूरी तरह फेल हो गया। यह झारखंड ही नहीं पूरे देश में भी फेल होगा। हम झारखंड में इस कानून को लागू नहीं होने देंगे। मार्च के दौरान पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, सुभाष यादव, पिंकी यादव, विनोद कुमार सिंह, मनोज कुमार, रानी देवी, सुमित्रा देवी आदि शामिल थे।

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