सिटी पोस्ट लाइव, कोडरमा: केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बैंगलोर की घटना पर तथाकथित बुद्धिजीवियों और छद्म धर्मनिरपेक्षतावादियों की चुप्पी को भविष्य के लिए खतरनाक संकेत बताया है। साथ ही जनसंख्या नियंत्रण कानून को देश की पहली आवश्यकता बताया है। केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जनसंख्या समाधान के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी के फेसबुक के माध्यम से बुधवार को आयोजित आनलाइन बैठक देश भर से जुड़े संगठन 55 हजार लाइव से जुड़े कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी, गरीबी, भुखमरी और कुपोषण का मुख्य कारण बेहताशा बढती जनसंख्या है। सिंह ने सुझाया कि जनसंख्या असंतुलन की इस समस्या के समाधान के लिए देश के सभी नागरिकों के लिए जाती, धर्म, क्षेत्र, व भाषा से ऊपर उठकर समान रुप से जनसंख्या कानून लागू होना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व के लगभग 18 प्रतिशत जनसंख्या का भार वहन कर रहा है जबकि आबादी के अनुपात में इसका भूभाग बहुत कम है। यही कारण है कि आज कोरोना संकट में सरकार के तमाम उपायों के वाबजूद भी देश में संसाधन संकट उत्पन्न हो रहा है।
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केन्द्रीय मंत्री ने जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन के सभी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि महामारी के समय 11 जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर देश भर के लगभग 200 जिला मुख्यालयों से संबधित जिला अधिकारियों के माध्यम से प्रधानमंत्री जी को ज्ञापन भेजा है। देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, कानून मंत्री, और राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा को सैकड़ों जिलों से सीधे पत्र लिखें जाने पर उन्होंने जम्मू, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखण्ड, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आसाम, त्रिपुरा, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलांगाना, कर्नाटक, तथा सुदूर केरल के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई दी।
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