रांची: झारखंड में विधायक खरीद-फरोख्त मामले को लेकर हाई कोर्ट में एक पीआईएल दायर की गई है। याचिकाकर्ता ने इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने के लिए कोर्ट से आदेश जारी करने की मांग की गई है। मंगलवार को हाई कोर्ट में याचिका दायर करने वाले सोशल एक्टिविस्ट पंकज यादव ने बताया कि झारखंड के माननीय ( विधायक) जनता के वोट को पैसों के लिए बेच देते हैं। यह वोटरों के संवैधानिक अधिकारों का हनन है।
यादव ने अपनी याचिका में इस बात का भी उल्लेख किया है कि सन 2005 से झारखंड, लगातार हॉर्स ट्रेडिंग का केंद्र रहा है। विधायक हमेशा सरकार बनाने में और राज्यसभा चुनाव में खुद को बेचते रहे हैं। अभी भी आधा दर्जन से अधिक विधायक हॉर्स ट्रेडिंग मामले में फंसे हुए हैं। विधायकों के इस करतूत से झारखंड की जनता हमेशा ठगा महसूस करती रही है।
याचिका में पंकज ने इनकम टैक्स, सीबीआई, ईडी, रांची एसएसपी, कोतवाली तथा विधायक जय मंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह को पार्टी बनाते हुए हाई कोर्ट से इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की गई है। उन्होंने पीआईएल में आरोप लगाया है कि खुद को बेचने वाले विधायक और खरीदने वाली पार्टी पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
मामला अंतरराज्यीय है, इसमें दिल्ली और महाराष्ट्र और यूपी का भी नाम आ रहा है। इसलिए सीबीआई जांच जरूरी है। साथ ही मामला मनी लॉन्ड्रिंग का भी है। याचिकाकर्ता ने कहा कि इस मामले में जो भी किंगपिन है, उस पर राजद्रोह का और सरकार को अस्थिर करने का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। अगर इस प्रकरण में सत्ता पक्ष का कोई प्रोपेगेंडा है, जैसा विपक्ष का आरोप है तो उसका भी पर्दाफाश होना चाहिए। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता राजीव कुमार ने याचिका दायर की है।
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