पत्थरगड़ी घटना में पुलिस पिटाई से विकलांग हुई महिला को अब तक नहीं मिली कोई सहायता
मुख्यमंत्री ने डीजीपी को जरूरी सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड में वर्ष 2018-19 में चर्चित पत्थलगड़ी की घटना ने पूरी देश-दुनिया का ध्यान खूंटी जिले का ध्यान आकृष्ट किया था। पत्थलगड़ी आंदोलन से जुड़े नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस द्वारा जगह-जगह बल प्रयोग किया गया था और इसी दौरान खूंटी जिले के घाघरा गांव की रहने वाली असरिता मुंडू भी पुलिस पिटाई में शारीरिक रूप से विकलांग हो गयी। असरिता द्वारा समय से पहले बच्चे को जन्म देने के बाद मामला फिर सुर्खियों में आया और मामला मीडिया में आने के बाद मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक और जिले के उपायुक्त को हर जरूरी मदद उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को ट्वीट कर पुलिस महानिदेशक एमवी राव और उपायुक्त को खूंटी के घाघरा निवासी आश्रिता की हर जरूरी मदद करते हुए मामले में संज्ञान लेने का निर्देश दिया है। वहीं पुलिस महानिदेशक ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी है कि उपायुक्त खूंटी से पुलिस अधीक्षक समन्वय स्थापित कर असरिता को जरूरी सहायता से उपलब्ध करने की पहल शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि जून 2018 में पत्थलगड़ी की घटना के क्रम में पुलिस द्वारा घाघरा की असरिता मुंडू को पीटे जाने से उसने शारीरिक रूप से विकलांग व समय से पहले बच्चे को जन्म दिया था। लेकिन उसे अभी तक किसी तरह की मदद या मुआवजा सरकार से नहीं मिला है। मामले की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उपरोक्त निर्देश दिया है।
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