कर्तव्य व मानवाधिकार को ध्यान में रखकर कार्य करने की जरूरत : आईजी
हजारीबाग: सीमा सुरक्षा बल प्रशिक्षण केंद्र एवं विद्यालय मेरु में राजस्थान सशस्त्र दल के 276 जवानों ने देश सेवा की शपथ ली। रानी लक्ष्मी बाई परेड मैदान में शनिवार को आयोजित दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बल के महानिरीक्षक महेन्द्र सिंह ने नव आरक्षकों के भव्य परेड का निरीक्षण किया। साथ ही प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जवानों को मेडल व शील्ड देकर सम्मानित किया। महानिरीक्षक ने कहा कि न केवल कर्तव्य का निर्वहन ठीक ढंग से करना है, बल्कि मानवाधिकारों की भी रक्षा करनी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सशस्त्र दल के नव आरक्षकों की पदस्थापना पाकिस्तान से लगे गुजरात व राजस्थान की सीमा पर होती है, ऐसे में उनके समक्ष बड़ी चुनौती रहती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि देश की सुरक्षा के लिए नव आरक्षक अपना सर्वश्रेष्ठ अर्पित करेंगे। कार्यक्रम में कार्यवाहक महानिरीक्षक सह समादेष्टा देवजीत कुमार प्रमाणित ने 36 सप्ताह के बुनियादी प्रशिक्षण के दौरान कर्तव्य निर्वहन, आंतरिक सुरक्षा ड्यूटी, मानवाधिकार, सशस्त्र प्रशिक्षण, बिना हथियार की लड़ाई, फील्ड क्राफ्ट की जानकारी दिए जाने का जिक्र किया।
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