City Post Live
NEWS 24x7

गोविंदपुर और बलियापुर प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित करने के लिए विधायक फुलचंद ने सीएम रघुवर को लिखा पत्र

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव, धनबाद : झारखंड कैबिनेट द्वारा विगत मंगलवार को 18 जिलों के 129 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित कर दिए गया और अपनी इस प्रस्ताव पर मुहर भी लगा दी गई । साथ ही 18 जिलों के अलावा खूंटी, गुमला, सिमडेगा और हजारीबाग के प्रखंडों में सुखा के आकलन के लिए कृषि विभाग की टीम भेजने का निर्णय भी ले लिया गया । वहीं धनबाद के सिर्फ टुंडी प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित किए जाने से क्षुब्ध सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल ने आड़े हाथों लेते हुए प्रदेश के मुखिया रघुवर दास को गोविंदपुर एवं बलियापुर प्रखंड को भी सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की है। अपने पत्र के माध्यम से सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को अवगत कराते हुए लिखा है कि गोविंदपुर एवं बलियापुर प्रखंडों के किसान को मुख्यतः धान की खेती करते हैं , ससमय बारिश नहीं होने के कारण फसल पूरी तरह से सूख गए हैं। फसल का उत्पादन नहीं होने के कारण किसान पूरी तरह से मायूस है तथा इनकी आर्थिक स्थिति भी दयनीय हो गई है। साथ ही पत्र के माध्यम से दोनों ही प्रखंडों के किसानों को राहत दिलाने की मांग मुख्यमंत्री रघुवर दास से की गई है। बताते चलें कि बीते मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में कुल 15 एजेंडों को मंजूरी दी गई थी, जिसमें केबिनेट सचिव एसकेजी रहाटे द्वारा बताया गया कि इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून के देरी से आने की वजह से रोपनी में देर होने और सितंबर में ओलावृष्टि की वजह से फसल को हुई । क्षति के कारण 129 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है । जिसमें 93 प्रखंड गंभीर रूप से एवं 36 मध्यम गंभीर रूप से सुखा ग्रस्त हुए हैं । बताते चलें कि झारखंड में इस साल मानसून देर से आया और 25 जून को दस्तक दी थी इससे 1 जून से 30 जून तक सामान्य रूप से होने वाली बारिश 196.6 मिली मीटर बारिश की जगह 131.8 मिली मीटर बारिश हो सकी । वहीं एक से 31 जुलाई तक 319.4 मिलीमीटर की जगह 263.38 और 1 से 31 अगस्त तक 276.2 मिलीमीटर की जगह 213.2 मिली मीटर बरसात हुयी | 1 से 30 दिसंबर तक 235.5 मिली मीटर की जगह 133.6 मिली मीटर बारिश हुई , जो झारखंड में औसत बारिश 27.8 रहा जो पिछले वर्षों की तुलना में बहुत ही कम रही। सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल द्वारा किसानों के हितों को लेकर उनकी समस्या से अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित करने से किसानों ने हर्ष जताया है।

- Sponsored -

-sponsored-

-sponsored-

Comments are closed.