मंडल डैम परियोजना का विरोध करेगी झामुमो : चम्पई सोरेन
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) उपाध्यक्ष चम्पई सोरेन ने कहा कि उत्तर कोयल (मंडल डैम) परियोजना यहां के आदिवासियों-मूलवासियों के लिए अभिशाप है। सोरेन ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि झारखंड के लिए महत्वाकांक्षी योजना के रूप में प्रचारित एवं प्रसारित किया जा रहा मंडल डैम वास्तव में मूलवासी-आदिवासियों को उनकी पुश्तैनी जमीन से बेदखल कर उनको उजाड़ने की एक साजिश है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी झारखंड के मूलवासी-आदिवासी को विस्थापित कर झारखंड की जमीन पर डैम एवं बांध बनाये गये थे। जिनका लाभ आज भी हमारे पड़ोसी राज्य ले रहे हैं। विस्थापन, पलायन, बेरोजगारी का दंश झेल कर हम अपने पड़ोसी राज्यों को कब तक लाभ पहुंचाते रहेंगे। मंडल डैम परियोजना का भी केवल आंशिक लाभ ही झारखंड को मिल पा रहा है। इसके बदले में हमें फिर से विस्थापन, पलायन एवं बेरोजगारी की सौगात ही प्राप्त होगी। भाजपा अपने मूलवासी-आदिवासी विरोधी चेहरे को झारखंड को दिये गये सौगात के नाम पर छिपा लेना चाहती है। चम्पई सोरेन ने कहा कि झारखंड सरकार राज्य से मूलवासी-आदिवासियों का अस्तित्व ही समाप्त कर देने पर आमादा है। चाहे इसके लिए उन्हें किसी भी हद तक जाना पड़े। कभी सीएनटी-एसपीटी एक्ट में सुधार के नाम पर, तो कभी धर्म परिवर्तन के नाम पर राज्य के मूलवासी-आदिवासियों को प्राप्त सुविधा से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि झामुमो राज्य में मूलवासी-आदिवासियों के सम्मान की रक्षा करने के लिए संकल्पित है। झारखंड राज्य पांचवी अनुसूचि का राज्य है। यहां भूमि के अधिग्रहण से पूर्व ग्राम सभा की सहमति भी नहीं ली गयी है। ऐसी परिस्थिति में झामुमो मंडल डैम परियोजना के कारण विस्थापित हो रहे परिजनों के साथ है एवं उन्हें न्याय दिलाने के लिए लोकतंत्र में दिये गये अधिकारों का उपयोग करते हुए मंडल डैम परियोजना का प्रत्येक स्तर पर विरोध करेगी।
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