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झारखंड के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है : राज्यपाल

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झारखंड के बच्चों में प्रतिभा की कमी कमी नहीं है : राज्यपाल

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि युवा देश के कर्णधार हैं और झारखंड के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है। जरूरत है, तो बस उसे निखारने की। भारत की कुल आबादी में 65 प्रतिशत युवा हैं। उन्होंने आह्वान किया कि झारखंड के युवा भविष्य में देश के विकास के लिए समर्पित और तत्पर रहें। मुर्मू बुधवार को रांची विश्वविद्यालय इंटर कॉलेज यूथ फेस्टिवल 2018 का उद्घाटन करने के बाद बोल रही थी। इस मौके पर उन्होंने रांची वीमेंस कॉलेज में नवनिर्मित मैत्रीय सभागार का भी उद्घाटन किया। यूथ फेस्टिवल 20 दिसम्बर तक चलेगा। 21 दिसम्बर को पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जायेगा। राज्यपाल ने कहा कि युवा जीवन के महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है। दुनिया में तीन प्रकार के लोग होते हैं। पहला तो वह जो युवा होने वाला है, दूसरा जो युवा हो गया और और तीसरा हम युवा थे। बचपन में ही हमारी दिशायें तय होती हैं, लेकिन ढांचा युवा काल में तय होता है। क्योंकि आज के युवा आने वाले समय में कोई म्यूजीशियन बनेगा, तो कोई इंजीनियर, डॉक्टर, आईएएस, आईपीएस सहित अन्य बनेगा। इसकी तैयारी उन्हें शुरू से ही करनी होती है। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने आप को तैयार करने का समय है। डिग्री तो एक जैसी होती है, लेकिन हम क्या करेंगे, देखेंगे यह समझने का समय है। यूथ फेस्टिवल में 18 कालेज के 500 से अधिक विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। यह महोत्सव हरेक वर्ष होता है। जिसमें विद्यार्थी अपनी प्रतिभा को निखारते हैं और इससे उनको एक मंच प्रदान होता है। यहां कंपटीशन की भावना आती है। हरेक विद्यार्थी अच्छा करना चाहता है और करता भी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि विश्वविद्यालय स्तर पर भी युवा महोत्सव का आयोजन हो। क्योंकि विद्यार्थी विवि का सर्टिफिकेट मिलने के बाद राज्य व देश के लिए काम करेंगे। इसलिए खुद के अंदर सहभागिता बढ़ायें। बच्चों के अंदर क्वालिटी, हुनर है। बच्चे आने वाले भविष्य हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक बच्चों का भविष्य तैयार करते हैं। बच्चों के अंदर जुनून है। इस साल वह कई टॉपरों से मिली, उनके जानना चाहा कि शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए क्या क्या किया जा सकता है। इस पर बच्चों के कई तरह के सुझाव भी दिये। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास कि आने वाली पीढ़ी को बेहतर शिक्षा मिले। इसे लेकर अभी से ही काम करना होगा। उन्होंने कहा कि हमें जाति, धर्म से हटकर काम करना चाहिए। यहां पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी तीन से सात जनवरी तक ललित नारायण मिश्रा विवि के कार्यक्रम में हिस्सा ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि मैत्रीय सभागार, यह एक अच्छा ऑडिटोरियम बना है। मैत्रीय प्राचीन भारत की दार्शनिक महिला का उल्लेख किया गया है। युवा महोत्सव में मिलजुल कर कार्य करें। विद्यार्थी टीम भावना के साथ खेलें। रांची विवि के कुलपति प्रो रमेश पाण्डेय ने कहा कि राज्य स्तर पर भी युवा महोत्सव का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि 2020 तक भारत ऐसा देश होगा, जहां युवाओं की संख्या सबसे अधिक होगी। भारत में आज भी 65 प्रतिशत लोग युवा हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से युवा शक्ति को प्रतिभा निखारने का अवसर मिलता है। यहां से सफल लोग जोनल और राष्ट्रीय स्तर पर अपना जलवा बिखरेंगे। इस अवसर पर विभिन्न तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न कॉलेजों से आये विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो कामिनी कुमार, वीमेंस कालेज की प्राचार्या डॉ मंजू सिन्हा, डीएसडब्ल्यू पीके वर्मा, डॉ बृजेश कुमार, सुशील अंकन आदि उपस्थित थे।

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