सिटी पोस्ट लाइव, जमशेदपुर: झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय जमशेदपुर के एमजीएम थाना क्षेत्र में रविवार को 11 हजार वोल्ट का बिजली तार टूट कर पिपला डैम में जा गिरा। इस दौरान डैम में नहा रही एक बुजुर्ग महिला समेत चार बच्चे करंट से झुलस गये और उनकी मौत हो गयी। मृतकों में दो सगे भाई शामिल है। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर एनएच-33 को चार घंटे तक जाम रखा।
मृतकों में पिपला गांव की कुलाबेला महतो (65), कमल महतो (15), बिमल महतो (12) (दोनों भाई) और रोहित महतो (13) शामिल हैं। वहीं, एक अन्य किशोर के घायल होने की सूचना है। इस बीच घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए तथा राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 33 को घटनास्थल के निकट जाम कर दिया। स्थानीय लोग विद्युत विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई और मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। जाम की वजह से राजमार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई है।
मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास कर रही है। लेकिन ग्रामीणों ने अबतक जाम खत्म नहीं किया है। ग्रामीणों का कहना है कि तार की जर्जर स्थिति के संबंध में कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों का जानकारी देते हुए मरम्मत कराने का आग्रह किया गया लेकिन उनकी बात किसी ने नहीं सुनी। यदि समय रहते तार को बदल दिया जाता तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता। ग्रामीणों ने बताया कि डैम में तार गिरने के तुरंत बाद बिजली विभाग को फोन किया गया, लेकिन करीब 20 मिनट बाद बिजली काटी गयी।
प्रदर्शन कर रहे पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण मुआवजा मिलने पर ही सड़क को जाम मुक्त करने की बात पर अड़े रहे। इसके बाद बिजली विभाग के अधिकारी वहां पहुंचे। विभाग की ओर से मृतक के आश्रित को ढ़ाई-ढ़ाई लाख का मुआवजा और घायलों को भी उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया, तब ग्रामीणों ने सड़क जाम खत्म किया। बिजली विभाग के अधिकारियों की ओर से तत्काल सहायता के रूप में मृतक के परिजनों को 50-50 हजार रुपए दिये गये। वहीं सांसद विद्युत वरण महतो ने मृतक के आश्रितों को 10-10 हजार रुपए दिया।
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