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अम्फान तूफान को लेकर आठ जिलों में हाई अलर्ट, आसमान में छाये बादल

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सिटी पोस्ट लाइव, रांची: बंगाल की खाड़ी से उठने वाले अम्फान तूफान का असर झारखंड में भी पर दिखने लगा है। चक्रवाती अम्फान तूफान को लेकर राज्य के आठ जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। आज सुबह से ही राजधानी रांची के अलावा पूरे कोल्हान में कहीं धूप नहीं निकली, आसमान में बादल छाये रहे। हवा नहीं चल रही है, जिससे गर्मी महसूस हो रही है। संभावना है कि देर शाम तक बारिश भी शुरू हो जाए। अम्फान तूफान को लेकर राज्य के विभिन्न जिलों में सतर्कता बरती जा रही है। पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन भी अलर्ट है। तूफान से स्वर्णरेखा व खरकई नदी में पानी बढ़ने का खतरा है, लिहाजा नदी तट पर बसे लोगों को हटाने की तैयारी चल रही है। पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला शुक्ला के आदेश पर मानगो, जुगसलाई एवं जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के विशेष पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के सरकारी भवनों, स्कूल एवं सामुदायिक भवन को चिह्नित कर तटीय इलाके में झुग्गी झोपड़ी एवं कच्चे मकान में रहने वाले लोगों को जाने के लिए कहेगी। प्रशासन ने लोगों को घर से नहीं निकलने की अपील की है। समुद्र में तूफान की रफ्तार 220 से 230 किलोमीटर प्रतिघंटा है।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मंगलवार को बांग्लादेश में 165 से 195 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ् तार से हवा एक अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में भूमि से टकराएगा। जिसके कारण पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ जिलों में भारी बारिश होगी। इसका असर 19 और 20 मई को झारखंड के कुछ भागों पर भी पड़ेगा।गुरुवार को असर कम होने की उम्मीदरूमौसम विभाग की ओर से जारी पूवार्नुमान में गुरुवार को तूफान का असर कम होने की उम्मीद जताई गई है। सोमवार को जमशेदपुर शहर और आसपास के क्षेत्र में मौसम साफ रहा था। दिन में तीखी धूप के कारण गर्मी से लोग परेशान रहे थे। हालांकि तापमान का घटना दूसरे दिन भी जारी रहा था।

इधर, चक्रवाती तूफान ’अम्फान’ के कारण जिले में जन-जीवन प्रभावित होने की संभावना को देखते उपायुक्त के निदेश के आलोक में माइकिंग के माध्यम से जन साधारण को सूचित किया जा रहा है। कच्चे मकान तथा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जिला प्रशासन द्वारा सामुदायिक भवन-पक्के भवन में शिफ्ट होने का निदेश दिया गया है। इसी क्रम में आज घाटशिला प्रखंड में माइकिंग के माध्यम से लोगों को ’अम्फान’ तूफान के बारे में बताते हुए सुरक्षित स्थानों में रहने को कह गया। माइकिंग के माध्यम से सूचित किया गया कि आवश्यकता पड़ने पर घर से बाहर निकल गए हों तो तेज हवा के साथ बारिश के दौरान सूखे एवं कमजोर पेड़ का सहारा ना लें। चक्रवाती तुफान के कारण ऐसे पेड़ों के गिरने की संभावना बनी रहती है जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। वाहन चलाने का जोखिम न लें। चक्रवाती तूफान की स्थिति में अत्यधिक वर्षा के कारण यदि पुल-पुलिया, सड़क से होकर पानी का बहाव हो रहा हो या क्षतिग्रस्त हो गया हो तो उससे तबतक आवागमन न करें जबतक कि प्रशासन द्वारा आवागमन के लिए सुरक्षित घोषित न कर दिया जाये। जिला प्रशासन द्वारा जिलेवासियों से चक्रवाती तूफान के दौरान घरों में रहने की अपील की गई है।

पश्चिम सिंहहभूम जिले में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। उपायुक्त अरवा राजकमल ने बताया कि पश्चिम सिंहभूम जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसको लेकर सारी तैयारियां कर दी गई है। हालांकि, पहले से ही कोरोना को देखते हुए जिले में आपदा घोषित थी। उसी के तहत जो तैयारियां थी जिसमें शेल्टर होम बनाए गए थे उसे भी जरूरत पडने पर उपयोग में लाया जा सकता है ।
बंगाल की खाड़ी से उठने वाले चक्रवाती तूफान ’अम्फान’ को लेकर धनबाद के उपायुक्त अमित कुमार ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं सभी अंचल अधिकारी को एहतियात बरतने का निर्देश दिया है।  इस बाबत एसडीएम राज महेश्वरम ने बताया कि जिला प्रशासन ने प्रखंड एवं अंचल में कच्चे मकान एवं बिना मकान में रहने वाले लोगों को सरकारी भवन, विद्यालय अथवा अन्य सुरक्षित आश्रय स्थलों में ठहराने का निर्देश दिया है।  उन्होंने कहा कि बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात तूफान अम्फान अब सुपर साइक्लोन में बदल चुका है।  जिसके अब तेज रफ्तार के साथ ओडिशा राज्य होते हुए झारखंड राज्य में प्रवेश करने की संभावना है। इसलिए साइक्लोन के खतरे को देखते हुए प्रखंड और अंचल में कच्चे मकान एवं बिना मकान में रहने वाले लोगों को सरकारी भवन, विद्यालय अथवा अन्य सुरक्षित आश्रय स्थलों में ठहराने का निर्देश दिया है।

इधर,खूंटी के उपायुक्त सूरज कुमार ने अम्फान चक्रवात के मद्देनजर लोगों से घरों से नहीं निकलने की अपील की है और बिजली के तारों से दूरी बनाये रखने की कोशिश की है। वहीं अम्फान चक्रवाती तूफान से निपटने और लोगों को सहयोग करने के लिए एक नियंत्रण कक्ष तैयार किया गया है। उपायुक्त ने सभी बीडीओ और सीओ तथा थाना प्रभारियों को मिलकर बचाव कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के रांची कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 20 मई को राज्य के पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, साहेबगंज, गोड्डा, पाकुड़, दुमका, तथा जामताड़ा के जिलों में कहीं-कहीं तेज हवा के झोंके 30 से 40 प्रतिशत किमी प्रति घंटा के साथ गर्जन तथा वज्रपात की संभावना है।

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