राज्यपाल ने झारखंड को गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा और भ्रष्टाचार से मुक्त करने का आह्वान किया
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा एवं भ्रष्टाचार से मुक्त झारखंड की परिकल्पना करते हुए लोगों से आह्वान किया कि इस परिकल्पना को साकार करने में अपनी सक्रिय भागीदारी का निर्वहन करें। राज्यपाल ने 70वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर यहां मोरहाबादी मैदान में शनिवार को आयोजित राजकीय समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद कहा कि झारखंड की माटी भी ऐसे अनेक बीर सपूतों की जननी रही है, जिन्होंने देश एवं मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति तक दे दी। उन्होंने कहा कि धरती आबा बिरसा मुंडा समेत झारखंड के अन्य महान सपूतों बीर सिद्धो-कान्हू, चांद- भैरव, बीर बुधु भगत, नीलाम्बर-पीताम्बर, बाबा तिलक मांझी, ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव, पाण्डेय गणपत राय, शेख भिखारी, टिकैत उरांव सिंह, जतरा टाना भगत, दिवा किशुन, वीर तेलंगा खड़िया एवं उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करती हूं, जिन्होंने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर वह देश की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद वीर सैनिकों के प्रति भी श्रद्धा सुमन अर्पित करती हैं| साथ ही उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हैं। राज्यपाल ने कहा कि राज्य के सर्वांगीण विकास एवं जन आकांक्षाओं को मूर्त्त रूप प्रदान करने की दिशा में राज्य सरकार पूरी तन्मयता के साथ प्रयत्नशील है, ताकि झारखंड एक खुशहाल एवं विकसित राज्य बन सके। जनहित से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों यथा स्वच्छ एवं संवदेनशील प्रशासन, जन भागीदारी, स्वच्छता, भ्रष्टाचार-उन्मूलन, सुगम यातायात, बिजली, सिंचाई, खेत –खलिहान, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं महिला सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करना सरकार की प्राथमिकताएं हैं। मुर्मू ने कहा कि आतंकवाद एवं उग्रवाद राज्य एवं देश के विकास के लिए एक बड़ी चुनौती है। वामपंथी उग्रवाद की समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार ने कई सख्त कदम उठाये हैं। सरकार ने सुरक्षा उपायों को विकास कार्य से जोड़कर एक अच्छे राजनीतिक पहल की शुरुआत की है। नक्सल प्रभावित इलाकों में प्राथमिकता के आधार पर सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है, जिसमें स्थानीय लोगों को भी सहयोग प्राप्त हो रहा है। राज्य सरकार की सकारात्मक पहल एवं स्थानीय जनता के समर्थन से उग्रवाद उन्मूलन में अभूतपूर्व सफलता हासिल हुई है। उन्होंने कहा कि उग्रवादी हिंसा की घटनाओं में कमी आयी है। राज्य सरकार के प्रयासों का ही फल है कि उग्रवाद प्रभावित जिलों की संख्या 21 से घटकर 19 हो गयी है तथा अति उग्रवाद प्रभावित जिलों की संख्या 16 से घटकर 13 हो गयी है। उन्होंने हिंसा की राह पर भटक गये उन सभी युवाओं से अपील की है कि वह हिंसा का मार्ग छोड़कर देश और राज्य के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। राज्यपाल ने कहा कि हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। राज्यपाल ने कहा कि भ्रष्टाचार जैसी जटिल समस्याओं से निपटने के लिए सरकार ने बहुत ही कठोर कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि कृषि और किसान दोनों की उन्नति हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य में पारिस्थितिक संतुलन बनाये रखने तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए हमारी सरकार प्रयासरत है। आधारभूत संरचना मजबूत होगी तभी राज्य के विकास को अपेक्षित गति मिल सकेगी। बाबा नगरी देवघर में 2020 तक घरेलू हवाई अड्डे का निर्माण पूरा हो जाएगा। झारखंड को शत-प्रतिशत साक्षर बनाने के लिए सरकार कृतसंकल्पित है। राज्य में 33 लाख व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण का कार्य पूरा किया जा चुका है। राज्य में खुले में शौच से मुक्त करने में राज्य की लगभग 55 हजार रानी मिस्त्रियों द्वारा शौचालय निर्माण का कार्य कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक अनूठी मिसाल पेश की गयी है। प्रधानमंत्री द्वारा पूरे देश के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभारंभ रांची से किया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य में बेरोजगारी और पलायन की समस्या कम करने के उद्देश्य से सरकार ने कौशल विकास कार्यक्रम की शुरुआत की है। राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री सुकन्या योजना भी प्रारंभ की है। उन्होंने साम्प्रदायिकता, आतंकवाद, नक्सलवाद आदि को नष्ट करने का प्रण लेने का अनुरोध करते हुए लोगों से कहा कि देश को विश्व के सबसे शक्तिशाली गणराज्य के रूप में स्थापित करने के लिए पूरे समर्पण भाव से कार्य करें। इस अवसर पर राज्यपाल ने परेड की सलामी ली| इस अवसर पर विभिन्न विभागों की ओर से झांकियां भी निकाली गयी।
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