सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: रामगढ़ में कोरोना पॉजिटिव पुजारी की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार को लेकर हो रहे विवादों का अंत हो गया। गुरुवार की शाम कड़ी सुरक्षा के बीच दंडाधिकारी ने पुजारी सीताराम मिश्र का पुतला बनाकर अंतिम संस्कार कराया। मृतक के पुत्र अरविंद मिश्रा और चिंटू मिश्रा ने मुखाग्नि दी। मौके पर मृतक के नाती अभिषेक मिश्रा और बबलू शर्मा समेत अन्य परिजन मौजूद थे। दंडाधिकारी के रूप में मौजूद रामगढ़ अंचल अधिकारी भोला शंकर महतो ने बताया कि सात दिन पहले सीताराम मिश्रा की मौत कोरोना की वजह से हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने परिजनों की सहमति से उन्हें नौ फीट गहरे गड्ढे में दफनाया था। लेकिन इसके बाद समाज के लोगों ने और कुछ राजनीतिक दल के लोगों ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत के बाद धर्म के अनुसार उसका अंतिम संस्कार होना चाहिए।
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लेकिन अब दफनाए गए उस शव को निकाल पाना नामुमकिन है। इस वजह से शास्त्रों के अनुसार एक वैकल्पिक व्यवस्था तय की गई। इस पर सीताराम मिश्रा के परिजनों ने अपनी सहमति जताई। इसके बाद सीताराम का पुतला बनाया गया, जिस स्थान पर उन्हें दफनाया गया था, उसी स्थान पर उनके पुतले का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान इफिको ग्राउंड को पूरी तरीके से सील रखा गया था, ताकि कोई भी आम नागरिक वहां ना पहुंच पाए। यहां तक कि जो लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे, उन्हें भी पीपीई किट पहनाया गया था, ताकि वे कोरोना के संक्रमण से दूर रह पाए।
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