सिटी पोस्ट लाइव, दुमका: झारखंड में दुमका जिले के शिकारीपाड़ा विधानसभा के पूर्व विधायक और 1960-70 के दशक में संताल परगना में झारखंड अलग राज्य आंदोलन का अलख जगाने वाले 88 वर्षीय शिबू मुर्मू का शुक्रवार की सुबह अपने आवास में निधन हो गया। इससे दुमका सहित समूचे संताल परगना में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों ने बताया कि झारखंड आंदोलन के जुझारू नेताओं में शुमार शिबू मुर्मू 1967 में हुल झारखंड पार्टी के टिकट पर शिकारीपाड़ा अजजा विधानसभा से विधायक चुने गये थे। शुक्रवार की सुबह अचानक तबीयत बिगड़ गई। परिजन जब तक अस्पताल ले जाते उससे पहले उनका निधन हो गया। भारतीय जनता पार्टी विधायक दल के नेता पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने पूर्व विधायक शिबू मुर्मू के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से विशेष कर संताल परगना क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई है।
भाजप नेता पिंटु अग्रवाल ने भी पूर्व विधायक शिबू मुर्मू ने निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त किया है। मुर्मू के निधन की खबर मिलते कांग्रेस नेता समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ समाजिक कार्यकर्ताओं ने उनके गिधनी पहाड़ी गांव स्थित आवास पर जाकर उन्हें उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। स्वर्गीय शिबू मुर्मू का जन्म शिकारीपाड़ा प्रखंड के धोपहाड़ गांव में हुआ था । उन्होंने एक जमाने में प्रसिद्ध संताल हाई स्कूल कैराबानी से मैट्रिक तक शिक्षा प्राप्त की थी। उन्होंने 1972 में हूल झारखंड पार्टी से चुनाव लड़ा और जनता ने जीत दिलायी। पांच साल तक उन्होंने क्षेत्र की जनता के लिए काम किया। उनकी दो बेटियां हैं और दोनो की शादी हो चुकी है। एक मात्र बेटा और पत्नी भी जीवित नहीं है। गोटा भारोत सिदो कान्हू हूल बैसी के डाक्टर एएम सोरेन ने कहा कि दुख की इस घड़ी में हर कोई उनके परिवार के साथ है। निधन की खबर मिलते ही कांग्रेस के डा. सुशील मरांडी समेत उन्हें करीब से जानने वाले घर पहुंचे और दुख व्यक्त किया।
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