आश्रयगृहों का हाल जानने डीएलएसए की टीम पहुंची
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सिटी पोस्ट लाइव, मेदिनीनगर: पलामू जिला विधिक प्राधिकार (डीएलएसए) पलामू ने टीम ‘बी’ का गठन कर टीम में शामिल अधिवक्ता व समाजसेवी को म्युनिसिपल एरिया में रात में बिना छत के नीचे आश्रय लेने वाले गरीबों व रैनबसेरा की स्थिति की जानकारी लेकर रिपोर्ट सुपुर्द करने का निर्देश दिया है। इस आलोक में मंगलवार रात 8 बजे ‘बी’ टीम में शामिल सदस्य अधिवक्ता संतोष कुमार तिवारी, नसुमुद्दीन खान, समाजसेवी इंदु भगत, देवराज शर्मा व गजेंद्र प्रसाद (सभी पीएलभी) ने सबसे पहले शाहपुर के विवेकानंद चौक का निरीक्षण किया। वहाँ अगल- बगल के लोगों से जानकारी प्राप्त की गयी कि म्युनिसपल द्वारा अलाव की व्यवस्था की गयी है या है। टीम ने पाया कि कभी कभार ही बगल के पान गुमटी के पास मात्रा दो व तीन लकड़ी रख दी जाती है।टीम के लोग शाहपुर चौक से आगे बढ़े तो देखा कि सीमेंट गोदाम के पास 200 की संख्या में मजदूर पेड़ के नीचे शरण लिए हुए हैं। उनलोगों ने बताया कि इस कड़ाके की ठंड में यहां आजतक किसी ने अलाव की व्यवस्था नहीं की है। पेड़ के नीचे शरण लेने वालों ने कहा कि कंबल भी किसी के द्वारा नहीं मिला है। टीम के लोगों ने उनसे कहा कि यदि आपलोगों को आश्रयगृह में सोने की व्यवस्था की जाय तो आपलोग वहां जा कर सोएंगे, इसपर सभी ने कहा कि यदि यह सुविधा मिले तो ठंड से जान तो नहीं जाएगी। टीम में शामिल लोग डाल्टनगंज रेलवे स्टेशन पहुंचे। वहां पर 100 से अधिक लोग बाहर में ठंड से ठिठुरते हुए सोने का किसी तरह प्रयास करते हुए नज़र आये। टीम के लोगों ने सभी से पूछा कि यहाँ आपलोगों को अबतक किसी ने कम्बल दिया है? किसी ने यह कहा है कि रात में सोने की व्यवस्था आश्रयगृह में की गयी है। सभी ने एक स्वर से कहा कि यह जानकारी आज उन्हें किसी के द्वारा नहीं दी गई है। टीम के लोगों ने आपने-अपने स्तर से सभी से जानकारी ली। बाद में म्युनिसिपल के पदाधिकारियों से बात की गयी। टीम ने आश्रयगृह जाकर हाल जाना। देखा कि वहां पर मात्र 10 बेड लगे हुए हैं जिनमें मात्र दो लोग ही सोये थे। टीम ने यहाँ बेड व कंबल का बहुत अभाव पाया। जिस एनजीओ को इसकी देखरेख का जिम्मा दिया गया था उनके एक भी प्रतिनिधि मौजूद नहीं थे। यह टीम 2 जनवरी तक प्रतिदिन रात 8 बजे आश्रयगृह का हाल जानने के विभिन्न स्थलों पर जाएगी। वस्तुस्थिति से संबंधित अपनी रिपोर्ट डीएलएसए को 2 जनवरी को सौंपी जाएगी।
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