सिटी पोस्ट लाइव, रांची: जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने वन पर्यावरण और जलवायु विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर दामोदर किनारे अवस्थित विभिन्न उद्योगों द्वारा अपना दूषित बहिस्राव सीधे दामोदर में गिराने के कारण देवनद के रूप में जाना जाने वाला दामोदर नद का नाम विश्व के सर्वाधिक प्रदूषित नदियों में शुमार हो गया था। युगांतर भारती की पहल पर 2004 में आरम्भ विभिन्न स्वयंसेवी समूहों एवं पर्यावरण विशेषज्ञों की साझा मुहिम के फलस्वरूप दो वर्ष पूर्व दामोदर नद औद्योगिक प्रदूषण से क़रीब क़रीब मुक्त हो गया था और विभिन्न स्थानों पर दामोदर के निर्मल जल का उपयोग विरत, पूजा,अर्चना एवं अन्य मानवीय जरूरतो के लिये होने लगा था. कोरोना काल में इसकी निर्मलता में काफ़ी अधिक अभिवृद्धि हो गई थी.
सरयू राय ने बताया कि विगत कुछ दिनों से सूचना मिल रही है कि कतिपय औद्योगिक प्रतिष्ठान फिर से दामोदर नद में अपना दूषित औद्योगिक बहिस्राव यदा कदा गिराने लगे हैं. आज सूचना मिली है कि बोकारो स्टील लि० ने भारी मात्रा में अपना दूषित औद्योगिक बहिस्राव दामोदर में डाल दिया है, जिसके कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है. दामोदर को नगरीय प्रदूषण से मुक्त करने के अभियान की गति भी धीमा हो गई है.
आवश्यक प्रतीत हो रहा है कि राज्य सरकार हस्तक्षेप करे और दामोदर किनारे अवस्थित औद्योगिक प्रतिष्ठानों, विशेषकर बोकारो स्टील लि०, को अपना दूषित बहिस्राव दामोदर नद में नहीं गिराने के बारे में चेताये और चेतावनी को गम्भीरता से नहीं लेने वालों पर विधिसम्मत कार्रवाई करे.
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