सीबीआई ने जांच अफसर को बदला, डीएसपी केके सिंह की जगह डीके राय करेंगे जांच
सिटी पोस्ट लाइव, रांची. बकोरिया कांड में सीबीआई ने अपने जांच अधिकारी को बदल दिया है। अब तक डीएसपी केके सिंह मामले की जांच कर रहे थे। उनकी जगह अब डीएसपी डीके राय को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। सीबीआई ने 19 नवंबर को केस दर्ज करने के बाद डीएसपी केके सिंह को जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी। सीआईडी अफसरों से बकोरिया कांड से संबंधित दस्तावेज लेने के लिए 29 नवंबर को केके सिंह रांची आए अगले दिन सीआईडी ने इस कांड से संबंधित दस्तावेज उन्हें सौंप दिया। लेकिन महत्वपूर्ण गवाह पलामू के तत्कालीन थानेदार हरीश पाठक का वह चर्चित पत्र नहीं सौंपा, जो उन्होंने सीआईडी को लिखा था। इस पत्र में कई बड़े अफसरों पर आरोप थे। चर्चा है कि जब बड़े पुलिस अफसरों तक जांच की आंच पहुंची तो सीबीआई ने नए अधिकारी को जांच अफसर बना दिया। डीएसपी डीके राय अगले साल रिटायर होने वाले हैं।
हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच का आदेश दिया था
पहले इस मामले की जांच सीआईडी कर रही थी। 22 अक्टूबर को झारखंड हाईकोर्ट ने मामले की सीबीआई जांच का आदेश दिया। हाईकोर्ट के जस्टिस रंगन मुखोपाध्याय ने टिप्पणी की थी कि सीआईडी ने सही दिशा में जांच नहीं की। इससे लोगों का जांच एजेंसी पर से भरोसा उठ गया है। लोगों का भरोसा कायम रखने के लिए सीबीआई जांच जरूरी है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई नई दिल्ली की विशेष अपराध शाखा ने 19 नवंबर को इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। एमवी राव जब सीआईडी के एडीजी बने तो बकोरिया कांड की जांच में तेजी आई। राव का आरोप था कि उन पर जांच की गति धीमी करने का दबाव डाला गया। नहीं माने तो दिल्ली स्थित झारखंड भवन में उनका तबादला कर दिया गया। इससे पहले मामले से जुड़े कई अन्य अफसरों के भी तबादले कर दिए गए थे।
पलामू में 8 जून 2015 को 12 लोग मारे गए थे
पलामू जिले के सतबरवा ओपी क्षेत्र के बकोरिया में 8 जून 2015 को नक्सलियों से कथित मुठभेड़ में 12 लोग मारे गए थे। पलामू सदर थाने में 9 जून 2015 को एफआईआर दर्ज हुई। राज्य सरकार ने बाद में इस मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी। सीआईडी जांच में उदय यादव, योगेश यादव, एजाज अहमद,अमलेश यादव, देवराज उर्फ अनुराग, संतोष यादव, नीरज यादव, बुधम उरांव, महेंद्र सिंह, सत्येंद्र परहिया, प्रदीप तिर्की और उमेश सिंह उर्फ उमेश खरवार के मारे जाने की पुष्टि हुई।
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