सिटी पोस्ट लाइव, वाराणसी: कोरोना संकट काल में पाकिस्तान से आये टिड्डियों के दल ने भी वाराणसी के किसानों और प्रशासनिक अफसरों को जमकर छकाया। टिड्डियों के अचानक हमले से किसानों की फसल, सब्जी और फूलों की खेती को बचाने के लिए स्वयं जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने मोर्चा संभाल कृषि विभाग और फायर बिग्रेड की आधा दर्जन गाड़ियों से टिड्डियों पर कीटनाशक का छिड़काव कराया। जिलाधिकारी रात दस बजे तक कृषि विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम के साथ खेतों में डटे रहे। जिलाधिकारी को अपने बीच देख किसानों ने भी पूरे उत्साह से प्रशासनिक टीम का सहयोग किया। टिड्डियों को मारने और भगाने के लिए पूरी रात चले अभियान में जिलाधिकारी के साथ एसडीएम और बीडीओ समेत कई अफसरों और कर्मचारियों की टीम जुटी रही। पिंडरा ब्लॉक के गांवों में रात से सुबह तक अभियान चलाकर टिड्डियों का खात्मा किया गया। राजा तालाब तहसील के गांवों से टिड्डियों के दल को मारने के लिए भी टीम लगी रही। प्रशासनिक अफसरों के अनुसार अभियान में छह फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के अलावा 40 मैनुअल स्पेयर की मदद से भोर तीन बजे तक कीटनाशक दवाओं के छिड़काव का अभियान चलाया गया। खेतों में टिड्डियों को आकर्षित करने के लिए हर तरफ से पर्याप्त रोशनी की भी व्यवस्था की गई थी। इस अभियान में जिला प्रशासन की पहले से ही गई तैयारी काफी काम आई। देश के कई हिस्सों में टिड्डियों के हमले को देख वाराणसी जिला प्रशासन ने बैठक कर पहले ही बचाव के लिए तैयारी कर ली थी।
गुरुवार की सुबह टिड्डियों के जिले में प्रवेश करते ही जिला प्रशासन एक्शन मोड में आ गया। रात होते ही अंधेरे में टिड्डियों ने जैसे ही पड़ाव डाला अग्निशमन दल की गाड़ियों द्वारा पेड़ों पर दवा का छिड़काव किया गया। डीएम को मोर्चे पर देख अभियान के दौरान लेखपाल व अन्य तहसीलकर्मी भी मौके पर मौजूद रहें। जिले के पिंडरा ब्लाक में राजपुर, गंजारी, अमौत, चितौरा, गोधरी, नेहिया, हरहुआ ब्लाक में पुआरीकलां में आए टिड्डी दल के प्रकोप से फसलों एवं पेड़-पौधों को बचाने के लिए पूरी रात अभियान चला।
ग्रामीणों ने भी फसल को बचाने के लिए बजाया थाली दवाओं का छिड़काव किया
मिर्जापुर जनपद के हलिया ब्लाक की ओर से वाराणसी आये टिड्डी दल को देख ग्रामीणों के साथ सोशल मीडिया में भी सरगर्मी बढ़ गई। जिलाधिकारी ने भी सुबह की टिड्डियों के हमले को देख खुद आगे आये और बयान जारी कर किसानों को ढ़ाढ़स बढ़ाया। उधर किसान भी सतर्क हो गये। राजातालाब, भिखारीपुर, वीरभानपुर, मोहनसराय, गंगापुर, सूईचक, घाटमपुर, खुलासपुर आदि गांवों में किसान खेतों की तरफ दौड़े। बर्तन, थाली टीन आदि बजाकर कपड़ों को हिलाते हुए शोर मचाकर टिड्डियों को भगाते रहे।
यही हाल चौबेपुर के खरगीपुर डुबकियां, नरपतपुर, तरयां, पूरनपट्टी नारायनपुर, रमना, कोदोपुर, कादीपुर कैथी, गौराउपरवार, भंदहां, राजवाड़ी, चौबेपुर, बर्थरा कला, भगतुआं के किसानों का रहा। उन्होंने भी टिड्डियों के हमले से फसलों को बचाने के लिए बर्तन, थाली टीन पीटते रहे। शोर सुनकर टिड्डियों का दल चंदौली होते हुए गाजीपुर की ओर चला गया है। दूसरा टिड्डी दल जौनपुर की ओर बढ़ गया। वाराणसी में रात में रूके टिड्डियों को अभियान चलाकर खात्मा किया गया। कृषि विभाग के अफसरों के अनुसार टिड्डियों के दल को नष्ट नहीं किया गया होता तो फसलों की पैदावार प्रभावित होती। उधर, कल्लीपुर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक सेटेलाइट के माध्यम से टिड्डियों पर नजर रख रहे है।
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