सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: रामगढ़ व्यवहार न्यायालय के सामने सीओ ने बुलडोजर चलाया तो टाइपिस्ट और विंटर अब हड़ताल पर चले गए। कोर्ट परिसर में हड़ताल जैसे माहौल बनने से आम लोगों को भारी परेशानी हो रही है। यहां ना तो स्टांप लोगों को मिल रहा है और ना ही आवेदन टाइप कराने के लिए कोई दुकान खुली है। लोगों की परेशानी इस कदर बढ़ गई है कि अधिवक्ता भी परेशान हो गए हैं। हालांकि बार एसोसिएशन ने टाइपिस्ट और स्टांप वेंडर के हड़ताल से अपना पल्ला झाड़ लिया है। लेकिन परेशानी तो सभी को हो रही है। सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए 3 दिन पहले रामगढ़ अंचल अधिकारी भोला शंकर महतो ने बार एसोसिएशन और रैयती जमीन के मालिक दिनेश्वर सिंह के वंशजों के खिलाफ कार्रवाई की थी। सबसे पहले बार एसोसिएशन को नए भवन के निर्माण करने से रोका था। बाद में रैयतों पर सरकारी जमीन का अतिक्रमण करने का आरोप लगाया था। अपनी जमीन का सीमांकन करने के दौरान कोर्ट परिसर के बाहर लगे 50 से अधिक दुकानों को सीओ ने हटवा दिया था। इस दौरान वहां पर लगभग 20 से अधिक टाइपिंग की दुकानें, लगभग डेढ़ दर्जन स्टांप वेंडरों का सेंटर यहां से उजाड़ दिया गया था। प्रशासन की कार्रवाई के बाद 3 दिन से फोटोकॉपी, प्रिंटर, टाइपिंग दुकानों के लोग हड़ताल पर हैं।
Read Also
प्रशासन की कार्रवाई अपने स्तर पर सही : बार एसोसिएशन
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद अग्रवाल ने कहा कि जिला प्रशासन सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा रहा है। ऐसी स्थिति में वह अपने स्तर पर सही है। यह बात भी सही है कि उनकी जमीन पर दर्जनों लोगों ने कब्जा किया है। अब अगर कोई हड़ताल करता है तो उसने बार एसोसिएशन अपना समर्थन नहीं देगा। स्टांप वेंडरों ने कहा कि रामगढ़ अंचल अधिकारी ने बिना कोई पूर्व नोटिस के उनकी दुकानों को तोड़ दिया है। यह किसी भी तरीके से उचित नहीं है। जिला प्रशासन को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने से पहले जिला प्रशासन को एक स्थान भी आवंटित करना चाहिए था। जहां टाइपिस्ट, स्टांप वेंडर वह अन्य वस्तुओं की दुकान लग सके। लेकिन रामगढ़ अंचल अधिकारी ने तानाशाही रवैया दिखाते हुए लोगों को उजाड़ने का काम किया है।
Comments are closed.