सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड विधानसभा की प्राक्कलन समिति के सदस्य लंबोदर महतो ने कहा कि राज्य के डीएमएफटी (डिस्ट्रिक मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट) जिलों में अरबों रुपए पड़े हुए हैं, जबकि वित्तीय वर्ष समाप्ति में दो माह बचा हुआ है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार को इस बात का ध्यान रखते हुए डीएमएफटी की राशि को विकास योजनाओं में खर्च करना चाहिए डीएमएफटी जिलों में सैकड़ों विकास योजनाओं की मंजूरी लंबित है। उन्होंने बताया कि प्राक्कलन समिति के दौरे में अधिकारियों के साथ बैठक में यह सामने आया कि डीएमएफटी जिले में पर्याप्त राशि यूं ही पड़ी हुई है। दूसरी तरफ विकास कार्य रूका हुआ है। बेहतर यही होता कि राज्य सरकार डीएमएफटी की राशि को ज्यादा से ज्यादा से विकास योजनाओं में खर्च करे।
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उन्होंने बताया कि रामगढ़ जिले में 70 करोड से अधिक, हजारीबाग व बोकारो जिले में करीब ढाई -ढाई सौ करोड़ से अधिक और धनबाद जिले में करीब 800 करोड़ के राशि पड़ा हुआ है। साथ ही पाकुड़, गिरिडीह, पश्चिम सिंहभू एवं पूर्वी सिंहभूम डीएमएफटी जिलों में भी कमोबेश यही स्थिति है । राज्य सरकार को इस विषय पर दूरदर्शिता के साथ-साथ इच्छाशक्ति दिखानी चाहिए। साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि डीएमएफटी का उद्देश्य जनकल्याण व जनहित है। इस लिहाज से जनकल्याण से जुड़ी योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा से मंजूरी देकर डीएमएफटी की राशि को खर्च किया जाना अति आवश्यक है।
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