बिहार की बेटी ने अमेरिका की सबसे ऊंची पर्वत फतह कर बढ़ाया देश का सम्मान
सिटी पोस्ट लाइव : अमेरिका की सबसे ऊंची पर्वत माउंट एकांकगुआ पर फतह करने वाली देश की बेटी मिताली प्रसाद पटना एयरपोर्ट पर शनिवार को पहुंची। वे बिहार के नालंदा जिला की रहनेवाली है। लेकिन दुर्भाग्य है कि जिस बेटी ने देश और बिहार का नाम रोशन किया उस बेटी को सम्मान देने के लिए एयरपोर्ट पर सरकार का कोई नुमाइंदा या अधिकारी नहीं पहुंचे। जिस बेटी को सम्मान मिलना चाहिए उस बेटी को अपमान मिला ।
जिसे रिसीव करने के लिए सरकार का कोई अधिकारी या नेता पटना एयरपोर्ट पर नहीं पहुंचे उस बेटी ने देश और राज्य का नाम रोशन करने के लिए कर्ज लिए तथा छात्रों एवं शिक्षकों से चंदा भी की। इसपर उस बेटी ने करीब 7 लाख रूपये खर्च की। लेकिन इस बेटी का ख्याल पटना विवि के प्रोफेसर एवं छात्र नेता अजीत यादव ने की । ये दोनों उनके माता-पिता एवं बहन के साथ पटना विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रा को एयरपोर्ट पर स्वागत के लिये खड़े थें ।साथ में कुछ उनके शुभचिंतक भी थें । लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी व्यक्ति उन्हें रिसीव करने नहीं आया ।
सरकार की इस उदासीनता पर छात्र नेता अजीत यादव ने कहा कि यह एक बेटी का अपमान है ।हमारे नीतीश जी कहते हैं की बेटी को सम्मान मिलना चाहिए, बेटियों को आगे बढ़ाना चाहिए। क्या इसी तरह से हम बेटियों को आगे बढ़ाएंगे । उन्होंने केंद्र सरकार की “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” नारा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह उस बेटी के लिए कहीं न कहीं अपमान है । बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाले को शर्म आनी चाहिए ।
पटना विश्वविद्यालय छात्र नेता अजीत यादव ने कहा कि आज देश या राज्य में कोई भी खेल प्रतियोगिता या ऐसा कार्यक्रम होता है तो उन्हें सरकार की तरफ से बहुत सारी सुविधाएं मिलती है मगर यह मिताली प्रसाद जिसने दुनिया में भारत का डंका बजायी है वह आज भी पटना के बहादुरपुर में किराए के मकान में रहती है । उसे क्या एक घर नहीं मिलना चाहिए ? क्या उन्हें अन्य राज्यों के लोगों की तरह सुविधाएं एवं पढ़ाई का पूरा खर्च नहीं मिलना चाहिए । छात्र नेता अजीत यादव ने सरकार से अनुरोध करते हुए कहा कि सरकार इस बेटी के लिए तमाम सुविधाएं मुहैया कराये जिससे बिहार और देश की बेटियों को भी अपने जीवन में कुछ अच्छा करने का अवसर प्राप्त हो और वह मेहनत से आगे बढ़े।
जे.पी चंद्रा की रिपोर्ट
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