सिटी पोस्ट लाइव, रांची: रांची के सांसद संजय सेठ ने शनिवार को बरियातू स्थित दीपावली हस्तशिल्प उद्योग का निरीक्षण किया। साथ ही आत्मनिर्भर भारत के तहत लोगों को कैसे रोजगार प्राप्त हो तथा बांस उद्योग से होने वाले लाभ के बारे में अवगत हुए। दीपावली दीदी द्वारा डॉक्टर कॉलोनी में बांस द्वारा आकर्षक घरेलू सजावटी तथा घरेलू उपयोग में लाई जाने वाली बस्तु का निर्माण किया जाता है। इसे सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। सांसद सेठ ने कहा कि आज झारखंड बंबू क्राफ्ट झारखंड का प्रमुख उद्योग हो गया है। झारखंड में 44 70 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र में बांस का उत्पादन होता है। झारखंड में कुल 25 20 मिलियन टन बांस का उत्पादन हो रहा है जो पूरे देश का आधा बांस झारखंड में पाया जाता है। झारखंड की बंबूसानूतनस, और बंबूसाबालकोआ, की मांग पूरी विश्व भर में है। झारखंड में बांस के उत्पादन से आदिवासियों के जीवन शैली में बड़ा बदलाव आ रहा है। एक तरफ जहां बांस का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर कारीगरों को हुनरमन्द बनाकर स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। बांस से बने उत्पादन जैसे सोफा सेट, टेबल, बैग ,और दैनिक उपयोग की कलात्मक सामानों की मांग हालन के दिनों में काफी बढी है। जिससे इनका विश्व व्यापार भी बढा है। आज पूरे विश्व में बांस उद्योग में झारखंड का मान बढ़ा है। झारखंड का बंबू राइस और कुल्फी भी बहुत प्रसिद्ध हो रहा है। इस अवसर पर कांके के विधायक समरी लाल भी उपस्थित थे।
शहीद निर्मल महतो में नेतृत्व का अद्भुत गुण था : संजय सेठ
इधर सांसद संजय सेठ ने आज शहीद निर्मल महतो के शहादत दिवस पर उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित की। इस अवसर पर इनके साथ खिजरी के पूर्व विधायक रामकुमार पाहन भी उपस्थित थे। सांसद सेठ ने कहा कि स्व निर्मल महतो में नेतृत्व का अद्भुत गुण था। निर्मल महतो झारखंड आंदोलन का एक बड़ा नाम था। निर्मल दा की राजनीति से हटकर उनकी एक अलग पहचान थी। सामाजिक कार्यों की वजह से उनमें सहयोग करने का अद्भुत गुण था।
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