सिटी पोस्ट लाइव : सरकारी अस्पतालों के एम्बुलेंस चालकों ने आठ सूत्री माँगों को लेकर पूरे जिले में एम्बुलेंस सेवा ठप्प कर बिहार शरीफ अस्पताल के चौराहे पर एक दिवसीय धरना दिया. इस धरना प्रदर्शन में एम्बुलेंस कर्मियों को जिला कांग्रेस कमिटी और बिहार राज्य चिकित्सा कर्मचारी संघ इंटक के सदस्यों का समर्थन मिला. इस मौके पर नालंदा जिला कांग्रेस कमिटी के जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा अपने बिचौलियों को ठेका देकर एम्बुलेंस कर्मियों का शोषण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर इनकी मांगों को नहीं माना गया तो हम लोग सड़क से लेकर सदन तक धरना प्रदर्शन करेंगे. वहीं नालंदा जिला एम्बुलेंस कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष अमित कुमार पांडेय ने बताया कि हमलोगों की मांग है कि हम लोगों को नियमित किया जाए, 12 घंटे की जगह 8 घंटे काम लिया जाए, साथ ही चौधरी कमिटी में शामिल कर ठेका प्रथा को बंद करें.
बता दें इससे पहले भी सात मई को सरकारी अस्पतालों के एम्बुलेंस चालकों ने एक दिवसीय हड़ताल की थी. इस दौरान एम्बुलेंस चालकों ने सरकार व स्वास्थ विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी. बता दें एम्बुलेंस चालकों की हड़ताल से मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. नालंदा 102 एम्बुलेंस चालक संघ के अध्यक्ष अमित कुमार पांडेय ने बताया कि एम्बुलेंस चालकों के लिए किसी तरह का कोई पैमाना नहीं है. 12 घंटे तक लगातार ड्यूटी ली जाती है. इतना ही नहीं किसी तरह का नियुक्ति पत्र तक नहीं दिया गया है.
प्रमुख मांगे-
1. एम्बुलेंस कर्मियों को नियुक्ति पत्र दिया जा।
2. 12 घंटे की जगह 8 घंटे का ड्यूटी।
3. कर्मियों की असामयिक मौत पर 10 लाख रुपए का मुआवजा।
4. वेतन पर्ची और भविष्य निधि का अंशदान मिले।
नालंदा से प्रणय राज की रिपोर्ट
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