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यूनिवर्सिटी के भी सभी विद्यार्थी योग और व्यायाम को अपनाये: राज्यपाल

वेबिनार के माध्यम से साईंनाथ यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को किया संबोधित

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सिटी पोस्ट लाइव, रांची: राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने विद्यार्थियों का आह्वान किया है सभी अपने दिनचर्या में योग एवं व्यायाम को भी अपनायें।  स्कूल में पीटी करते थे, उसे आज फिर कर पूरे शरीर को ऊर्जान्वित करें। पसंद के अनुकूल संगीत भी सुनें। अपने साथियों से अपनी रूचि के विशयों पर इनोवेशन पर चर्चा करें।  उन्होंने कहा कि मेडिएशन या ध्यान- प्राणायाम करें। यह हमें मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में हमारी मदद करता है, वहीं नकारात्मक विचार भी मन में नहीं आने देता। अपने शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करें। आयुश मंत्रालय द्वारा किये गये काढ़ा की सिफारिषों को अपना सकते हैं। हल्का गर्म पानी का सेवन कर सकते हैं। आरोग्य सेतु एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड करें। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू शनिवार को ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से साईंनाथ विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित कर रही थी।

राज्यपाल ने बताया कि आज पूरी दुनिया और भारत कोरोना संकट से जूझ रहा है। इस भीषण समस्या से निबटने के लिए हमारा देष पूर्णतः प्रयासरत हैं। वैज्ञज्ञनिक वैक्सिन बनाने की दिषा में दिन-रात लगे हुए हैं। गौरव की बात है कि हमारे देष ने लगभग 50 देशों को नोबेल कोरोना की दवा मानवीय आधार पर निर्यात की है। उन्होंने कहा कि लेकिन अभी अनावश्यक घरों से न निकलना एवं भीड़-भाड़ वाले जगहों से बचना ही इसका बेहतर उपाय अथवा सावधानी है। डिस्टेसिंग का पालन करना अथवा लोगों से दो गज की दूरी बनाकर रखें। घर से बाहर मास्क पहनकर चलें।  इस भीषण त्रासदी में सभी षिक्षण संस्थाएँ बन्द हैं, यह मजबूरी है।आप लोगों को भी अपने षिक्षण संस्थान से इतने दूर रहकर अच्छा नहीं लग रहा होगा। मुझे विष्वास है कि ऑनलाइन के माध्यम से आपका मार्गदर्षन होता होगा।

राज्यपाल ने कहा कि ऑनलाइन तकनीक की वजह से ही मुझे  आप लोगो से जुड़ने का  अवसर मिला  है। यह ज्मबीदवसवहल का ही कमाल है कि आप सभी डवइपसम व स्ंचजवच पर मुझे देख रहे हैं और सुन रहे हैं। यह आपके ऊपर है कि आपको टेक्नोलॉजी का किस तरह से प्रयोग करना है। उन्होंने कहा कि इस वक्त जो देश की स्थिति है, उससे हर एक व्यक्ति के मन में डर बना हुआ है। कोरोना के मामलों में निरंतर बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इस संक्रमण के प्रसार में कमी लाने के उद्देश्य से देशभर में लॉकडाउन भी किया गया। दिन-रात सिर्फ कोरोना से संबंधित खबरों को देख-पढ़ रहे हैं। ऐसे में मन में बेचैनी और चिड़चिड़ापन व मानसिक तनाव जैसी समस्याएं सामने आना स्वाभाविक है। कोरोना वायरस के  टपतने के खौफ से लोगों के मन में नकारात्मकता भी देखी जा रही है। इस वक्त पूरे समय घर पर रहने से न ही शारीरिक कसरत हो रही न ही मानसिक सूकून मिल रहा है।इससे शारीरिक और मानसिक रूप से व्यक्ति खुद को फिट महसूस नहीं कर पा रहा है। लेकिन जीवन षैली कुछ बदलाव कर हम इन सब परेशानियों से बाहर आ सकते हैं।

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