सिटी पोस्ट लाइव, रांची: किसान संगठनों की ओर से 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया गया है। झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल झारखंड मुक्ति (जेएमएम), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अलावा वाम दलों समेत विभिन्न गैर राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया है, ऐसे में सड़क और रेल परिचालन को सामान्य बनाये रखना पुलिस-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। पुलिस मुख्यालय की ओर से भारत बंद को लेकर सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों और वरीय पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक तैयारी रखने का निर्देश दिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य प्रमुख सड़कों पर लगातार गश्त जारी रखने और किसी भी तरह के तोड़फोड़ की घटना पर अंकुश को लेकर त्वरित कार्रवाई का भी निर्देश दिया गया है। वहीं रांची समेत अन्य जिलों में पुलिस-प्रशासन की ओर से प्रमुख चौक-चौराहों पर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में सुरक्षा बलों की तैनाती, रैपिड एक्शन फोर्स, अर्द्धसैन्य बलों, महिला पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति, वज्रवाहन, अश्रु गैस प्रयोग के वाहन तथा वाटर कैनन इस्तेमाल के लिए भी आवश्यक तैयारियां की जा रही है।
पुलिस-प्रशासन की ओर से बंद के समर्थकों को गिरफ्तार कर कैंप ले जाने के लिए भी पर्याप्त संख्या में वाहनों का इंतजाम किया जा रहा है, इसके लिए कई निजी यात्री बस संचालकों और स्कूलों से भी बस उपलब्ध कराने को कहा गया है। वहीं कैंप जेल में बंद समर्थकों को भी रखने की व्यवस्था की गयी है। राजधानी में अलग-अलग तीन स्थानों पर कैंप जेल की व्यवस्था की जाएगी, जहां सुबह में बंद समर्थकों को हिरासत में लेकर रखा जाएगा और दोपहर बाद उन्हें निजी मुचलके पर छोड़ दिया जाएगा। बंद के दौरान कहीं भी आगजनी की घटना से निपटने के लिए भी अग्निशमन विभाग के वाहनों को भी अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। बंद समर्थक रेलवे को भी निशाना बना सकते है, इसे लेकर सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर भी विशेष नजर रखी जा रही है, ताकि रेल परिचालन पर प्रतिकुल प्रभाव न पड़े।
Comments are closed.