सिटी पोस्ट लाइव, आरा: भाजपा में पिछले कुछ सालों से सघन सक्रिय राजनीति की अगुवाई कर भोजपुर में भाजपा के ग्राफ को आगे बढ़ाने वाले पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष हाकिम प्रसाद को भाजपा से टिकट नही मिला तो वे आरा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने के बाद चुनाव मैदान में कूद पड़े हैं। भोजपुर जिला परिषद अध्यक्ष प्रसाद को जनता का भारी समर्थन भी मिल रहा है और वे आत्मविश्वास से परिपूर्ण दृढ़ इच्छा शक्ति और मजबूत इरादों के दम पर आरा के मतदाताओं पर अपनी गहरी छाप छोड़ने में सफल होते दिखाई देने लगे हैं।
आरा से जीत के प्रति आश्वस्त हाकिम प्रसाद एक विशेष भेंट के दौरान बताते हैं कि आरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के सिंबल पर जीत कर लम्बे समय तक विधायक रहे अमरेंद्र प्रताप सिंह की उम्र अब ढलान पर है।वे थक चुके हैं और सेवा करने की स्थिति में नही बल्कि अपनी सेवा कराने की स्थिति में हैं। समय की मांग है कि अब हमारे जैसे नौजवान आरा का विधानसभा में प्रतिनिधित्व करे, चुनाव जीते और अमरेंद्र बाबू जैसे अभिभावक की सेवा करे।अमरेंद्र बाबू से सेवा कराना न सिर्फ मेरे लिए बल्कि आरा की जनता और मतदाता के लिए भी उचित और न्याय संगत नही है। हमारा संस्कार और संस्कृति अपने बुजुर्गों को सेवा करने की सिख देती है सेवा कराने की नही।
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आरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष हाकिम प्रसाद कहते हैं कि टिकट बांटने में भूल हो सकती है।दो चार लोग गलत निर्णय ले सकते हैं किंतु आरा की जनता वो गलती नही करेगी और आरा से योग्य,ईमानदार,कार्य करने वाला विधायक चुनेगी। आरा के 3 लाख 23 हजार मतदाता विधानसभा के इस चुनाव में नए नेतृत्व को विधानसभा पहुंचाने का संकल्प ले चुके हैं। उन्होंने कहा कि मैँ भोजपुर जिला और खासकर आरा विधानसभा क्षेत्र के लिए नया नही हूँ और न ही पहचान का मोहताज हूँ। मैंने दस साल तक जिला परिषद में रहकर एक जनप्रतिनिधि का जो फर्ज निभाया है उससे जिले के लोगो को मेरी ईमानदारी,कर्तव्यनिष्ठा,कार्य करने की शैली और मजबूत इरादों को देखने और समझने का मौका मिला। फिलहाल आरा से निर्दलीय प्रत्याशी हाकिम प्रसाद के समर्थन में मतदाताओं का एक बड़ा वर्ग गोलबंद होने लगा है और उनके समर्थकों की यह गोलबंदी नया रंग दिखा सकती है।
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