सिटी पोस्ट लाइव: इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में दोगुना खर्च से भी ज्यादा खर्च होने का अनुमान लगाया गया है. कोरोना काल में चुनाव होने के कारण, आम जनता की सुरक्षा को देखते हुए और उन्हें मतदान में किसी तरह की समस्या न हो, इस वजह से इस बार चुनाव दोगुना खर्च होने के कयास लगाये जा रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार, पिछले बिहार विधानसभा चुनाव (2015) में लगभग 270 करोड़ रुपये का खर्च आया था लेकिन इस बार लगभग 600 करोड़ रुपये तक के खर्च आने का अनुमान लगाया जा रहा है. मालूम हो कि, लोकसभा चुनाव में सारा खर्च केंद्र सरकार उठाती है जबकि विधानसभा चुनाव में राज्य सरकार ही खर्च उठाती है.
ख़बरों की माने तो इस बार खर्च में बढ़ोतरी का मुख्य कारण कोरोना को बताया जा रहा है. लगभग 125 करोड़ रुपये 6 लाख चुनावकर्मियों के लिए पीपीई किट उपलब्ध कराने में लगाया गया है तो वहीँ इसके अलावा सैनेटाईज़र, मास्क औए ग्लव्स में लगाये गए है. वोटरों की सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किये जायेंगे. चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार के पास चुनाव बजट बढ़ाने का प्रस्ताव भेजने का फैसला किया है.
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