आज साफ सफाई करते दिखे उपेन्द्र कुशवाहा, उनके स्वच्छता अभियान का मतलब समझिये
सिटी पोस्ट लाइव : आज पुरे देश में गाँधी जयंती मनाया जा रहा है. गांधी जयंती के मौके पर बिहार के मुखिया नीतीश कुमार ने लोगों को स्वच्छता अभियान को आगे बढाने के लिए संकल्प दिलाया .लोगों को उन्होंने शपथ दिलाई कि हम अपने आस पड़ोस को , अपने शहर और गली मोहल्ले को साफ़ रखेगें .दूसरों को भी गन्दगी फैलाने से रोकेगें. केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने भी हाथ में झाड़ू उठाकर सफाई शहर की सफाई करते नजर आये. लेकिन सबसे मजेदार बात ये रही कि मंत्री जी खुद सफाई अभियान में जुटे तो दिखे लेकिन उनकी पार्टी का एक कार्यकर्त्ता भी उन्कासा साथ देने के लिए नहीं आया.
उपेंद्र कुशवाहा राजधानी के एक दलित बस्ती में नालियों की सफाई करने पहुंचे थे. उन्होंने नाले की सफाई तो की ही साथ ही सड़क पर झाड़ू लगाई. इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा सफेद कुर्ते पर नगर निगम का हरा जैकेट पहने यानी बिलकुल एक सफैकामी के रूप में नजर आये. उन्होंने लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक करते हुए कहा कि – “स्वच्छता ही सेवा है, जब तक स्वच्छता नहीं होगी, तब तक इस तरह से सेवा नहीं हो सकती. चाहे देश की सेवा हो या समाज की, स्वच्छता जरूरी है.”
कमला नेहरू नगर स्थित दलित बस्ती में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं के संयोजन में पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि -“इसमें कहीं कोई राजनीति की बात नहीं है. उन्होंने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी है, तब से ही प्रधानमंत्री स्वच्छता का संदेश दे रहे हैं और हम लोग लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं.”ऐसे में हर व्यक्ति का यह दायित्व बनता है कि वह इस अभियान में योगदान दे.पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान में इस तरह से हाथ बताते उपेन्द्र कुशवाहा पहलीबार देखे गए हैं. इसलिए ये समझाना जरुरी है कि इसके पीछे उनका मकसद क्या है. लोगों को स्वच्छता का सन्देश देना या फिर बीजेपी के साथ सबकुछ ठीक है ये बताना है. हालांकि उपेन्द्र कुशवाहा खुलकर अपने इस स्वच्छता अभियान का मकसद बताने से बचते नजर आये.
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