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बिहार पुलिस को मिल गया नया मुखिया, गुप्तेश्वर पाण्डेय बने सूबे के नए डीजीपी

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बिहार पुलिस को मिल गया नया मुखिया, गुप्तेश्वर पाण्डेय बने सूबे के नए डीजीपी

सिटी पोस्ट लाइव : आखिरकार नए डीजीपी की नियुक्ति को लेकर चल रही तमाम तरह की अटकलों पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ब्रेक लगा दिया है. बिहार सरकार ने बिहार पुलिस के चीफ के लिए 1987 बैच के IPS अधिकारी श्री गुप्तेश्वर पाण्डेय के नाम पर मुहर लगा दी है.अब बिहार पुलिस के नए चीफ 1987 बैच के IPS ऑफिसर श्री गुप्तेश्वर पाण्डेय को बना दिया गया है.गौरतलब है कि कौन होगा बिहार का नया मुखिया, इसकी भनक सरकार ने आखिरी समय तक किसी को नहीं लगने दिया.मीडिया में कई लोगों के नाम चलते रहे .सरकार चुप्पी साधे रही .आखिरी दिन यानी डीजीपी के. एस. दिवेदी के सेवा-निवृति के दिन सरकार ने गुप्तेश्वर पाण्डेय के नाम का नोटिफिकेशन किया. दरअसल राज्य के पुलिस महानिदेश के चयन में सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार संघ लोक सेवा आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका आ गयी थी जिसके कारण कुछ भी अनुमान लगाना कठिन था। राज्य से कुल 13 डीजी रैंक के अधिकारियों की सूची भेजी गयी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में केवल संघ लोक सेवा आयोग ने वैसे हीं पदाधिकारियों पर विचार किया जिनकी सेवा अवधि कम से कम दो वर्ष शेष थी। इसी आधार पर कई अधिकारी दौड़ से बाहर हो गये। संघ लोक सेवा आयोग ने जिन तीन अधिकारियों को डीजीपी बनाने के लिए चुनकर राज्य सरकार को भेजा उसमें गुप्तेश्वर पांडेय का नाम सबसे उपर था। बस सरकार ने इस पर अंतिम मुहर लगा दी।

फिर पुलिस महकमे में अपराध नियंत्रण, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों कम्युनिटी पुलिसिंग करके अपना परचम लहरा दिया. आम आदमी के लिए सहज, मृदुभाषी ,गरीब लोगों के दुःख से द्रवित हो जानेवाले इस पुलिस अधिकारी के नाम से ही अपराधियों की पतलूनें गीली हो जाती हैं. चतरा, बेगुसराय,जहानाबाद, हजारीबाग, औरंगाबाद, रांची और नालन्दा में बतौर एसपी अपराध और नक्सल समस्या पर नियंत्रण के लिए आज भी लोग इनके कामकाज को याद करते हैं. मुंगेर, तिरहूत, बेतिया और रेल DIG के पद पर काम कर चुके पाण्डेय की स्मार्ट पुलिसिंग और कम्युनिटी पुलिसिंग के लिए आज भी याद किये जाते हैं.

IG Special Branch ,IG और Adg Muzaffarur, Adg Sports ,BMP, Wireless और Adg Headquarter के पद पर काम करते हुए भी इनका प्रदर्शन शानदार रहा. DG Police Academy के साथ साथ Dg BMP के पद पर काम कर चुके श्री गुप्तेश्वर पाण्डेय ने कम्युनिटी पुलिसिंग के क्षेत्र में जो काम किया, उसे हमेशा याद किया जाता रहेगा.DG BMP के पद पर रहते हुए श्री पाण्डेय ने ‘नशामुक्ति अभियान’ के लिए आन्दोलन की शुरुवात की. पुरे बिहार में घूम घूमकर डेढ़ सौ से ज्यादा सभाएं कर जन-जागरूकता अभियान चलाकर पाण्डेय ने शराबबंदी को एक जन-आन्दोलन का रूप दे दिया.उनके जन-जागरण अभियान का ही कमाल है कि आज हर बिहारी की जुबान पर एक ही नारा है-‘ जय बिहार-जय बिहार, नशामुक्त हो बिहार’. अपने इस जन-जागरण अभियान को जनता का अभियान बनाने के लिए श्री पाण्डेय ने हर जिले में यूथ ब्रिगेड का गठन कर कम्युनिटी पुलिसिंग को एक नया आयाम दिया है.

यहीं कारण है कि आज श्री गुप्तेश्वर पाण्डेय को सरकार का संकटमोचक , सांप्रदायिक सद्भाव का मैसेंजर और  स्मार्ट पुलिसिंग का जनक माना जाता है.बिहार में जब भी कहीं हिंसक झड़प और तनाव का माहौल पैदा हो जाता है तो वहां की स्थिति को संभालने के लिए सरकार  गुप्तेश्वर पांडेय पर ही भरोसा करती है. सरकार के लिए कई बार  संकटमोचक साबित हो चुके वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी, पुलिस महानिदेशक श्री  गुप्तेश्वर पांडेय का अपनी पूरी सेवा अवधि में अधिकांश समय पुलिस मुख्यालय से बाहर फिल्ड में ही बिता है. अपने 32 साल के सेवा काल में ज्यादा से ज्यादा समय उनका एक्टिव पुलिसिंग में ही बिता है. ज्यादातर समय वो विभिन्न पदों पर सक्रीय भूमिका में ही रहे हैं.  चतरा, बेगूसराय, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, हजारीबाग और नालंदा जैसे जिलों में इनकी बिंदास पुलिस कप्तानी को लोग आज भी याद करते हैं. मुंगेर, बेतिया, मुजफ्फरपुर में डीआइजी रहे और वहां जमकर सोशल इंजीनियरिंग के साथ स्मार्ट पुलिसिंग को अंजाम दिया.

गुप्तेश्वर पांडेय विशेष शाखा में आइजी रहे हैं. उसके साथ ही मुजफ्फरपुर और दरभंगा जोन का आइजी होने के साथ एडीजी मुख्यालय, एडीजी वितंतु और एडीजी बीएमपी भी रहे हैं. गुप्तेश्वर पांडेय को आम जनमानस के अलावा सरकार की नजर में अपराध नियंत्रक और कड़क प्रशासक के साथ संवेदनशील पुलिसकर्मी के रूप में भी जाना जाता है. खासकर विधि व्यवस्था संभालने के मामले में इनकी कोई सानी नहीं है. मोतिहारी के तुरकौलिया ,सुगौली, रामगढ़वा से लेकर सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, छपरा, सीवान, कटिहार और वैशाली, यानी जब- जब भीषण सांप्रदायिक तनाव का माहौल उत्पन्न हुआ और स्थिति बेकाबू हुई. तब- तब सरकार ने वहां की स्थिति संभालने के लिए इन्हीं को भेजा. गुप्तेश्वर पांडेय के घटनास्थल पर पहुंचते ही स्थिति काबू में हुई और सरकार ने राहत की सांस ली.

बतौर SP 8 जिलों में अपराध और नक्सल नियंत्रण के क्षेत्र शानदार काम कर चुके श्री पाण्डेय DIG, IG, ADG, DG BMP और DG पुलिस अकादमी के पद पर रहते हुए भी अपने कम्युनिटी और स्मार्ट पुलिसिंग की वजह से हमेशा सुर्ख़ियों में बने रहे. देश भर में कानून व्यवस्था की अपनी यूएसपी के लिए जाने जानेवाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब  उन्हें बिहार पुलिस का मुखिया नियुक्त कर दिया है.जाहिर है हमेशा शानदार प्रदर्शन करने वाले श्री पाण्डेय के सामने  अब पुरे बिहार की कानून व्यवस्था को सँभालने की बड़ी जिम्मेवारी है. श्री पाण्डेय कहते हैं –“ जनता के सहयोग और समर्थन से ही सरकार चलती है, शासन-प्रशासन चलता है.मुझे पूरा भरोसा है कि जन-सहयोग से बिहार पुलिस एक नया मिसाल कायम करेगी.

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