सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के मामले में 103 पर प्राथमिकी, 89 गिरफ्तार
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड पुलिस कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान लॉक डाउन का सख्ती से पालन करा रही है। इस दौरान पुलिस सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के मामले में भी कार्रवाईकर रही है। झारखंड पुलिस की ओर से साइबर सेल लगातार सोशल मीडिया पर नजर रख रही है। अफवाह और सोशल मीडिया पर विद्वेष फैलाने के मामले में अब तक राज्य में 103 प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले में 157 लोगों को आरोपित बनाया गया है। वहीं मामले में 89 लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं।
किन जिलों में कितने एफआई आर
राज्य में अब तक इस मामले में 103 प्राथमिकीदर्ज की गई हैं। इनमें रांची में 11,खूंटी में 1,रामगढ़ में 5 लोहरदगा में 0, गुमला में 3, सिमडेगा में 2,जमशेदपुर में 5 , चाईबासा में 2, सरायकेला में 3, धनबाद में 9, बोकारो में 3, पलामू में 15, गढ़वा में 7, लातेहार में 5, हजारीबाग में 3, चतरा में 5, कोडरमा में 1, गिरिडीह में 4, दुमका में 3, जामताड़ा में 0, साहेबगंज में 1 , पाकुड़ में 2, गोड्डा में 4 और देवघर में 9 मामले शामिल हैं।
अफवाह फैलाने के मामले में पलामू में सबसे ज्यादा 15 एफआईआर दर्ज किए गए हैं। इसके बाद राजधानी रांची में 11 एफआईआर दर्ज किए गए है। तीसरे स्थान पर धनबाद जिले में 9 एफ आई आर दर्ज किए गए।
लातेहार में हुई है सबसे ज्यादा गिरफ्तारी
राज्य में अफवाह फैलाने के मामले में सबसेज्यादा गिरफ्तारी लातेहार जिले में हुई है। अब तक मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं। वही धनबाद पलामू और गढ़वा में 8 -8 लोगों को गिरफ्तार किया गया। खूंटी, लोहरदगा ,जामताड़ा और साहेबगंज में मामले में एक भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
सबसे ज्यादा आरोपित गढ़वा में
अफवाह फैलाने में सबसे ज्यादा आरोपित गढ़वा जिले में बनाए गए है। मामले में 26 आरोपी बनाए गए हैं। जबकि रांची और लातेहार में 11-11 आरोपित बनाए गए है। एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा ने शनिवार को बताया कि सोशल मीडिया सहित अन्य गतिविधियों से अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस की कड़ी नजर है।
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