कई गांव बाढ़ में घिरे, ग्रामीण सुरक्षित स्थानों को कर रहे पलायन
Read Also
सिटी पोस्ट लाइव, पाकुड़: सदर प्रखंड के इलामी, तारानगर, कुशमानगर आदि कई गांव पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। स्थिति धीरे-धीरे भयावह होती जा रही है। इन गांवों के लोग डरे हुए हैं। गांव के लोग चारों ओर से पानी में घिर चुके हैं। सोमवार अहले सुबह से ही लोग सुरक्षित जगह की तलाश में जुट गए हैं , लेकिन उनकी ये कोशिशें सफल होगी या नहीं कहना मुश्किल है। वहीं लोग खाने-पीने के सामान की जुगत में भी लगे हुए हैं। लेकिन इनमें काफी तादाद में ऐसे लोग भी हैं, जो सामान जुगाड़ नहीं कर पा रहे हैं। अभीतक की जो स्थिति है वह बेहद ही खराब बनी हुई है। दक्षिणी छोर पर स्थित आमीन घाट ब्रिज पर 3 से 4 फीट पानी तेज गति से बह रहा है। तो पश्चिमी छोर पर तिलभीठा की ओर जाने वाली सड़क पूरी तरह डूब चुकी है और सड़क पर पानी का बहाव काफी तेज है। इलामी के पूर्वी छोर पर स्थित सिरसा टोला मैं भी पानी घुस गया है और वह रास्ता भी बंद हो चुका है। उत्तरी छोर पर तोड़ाई नदी उफान पर है। इस तरह चारों ओर से ये गांव पानी से घिर चुके हैं। वहीं वहीं मणिरामपुर, कुसमानगर गाँव में भी भारी जलजमाव की चपेट में आ गए हैं। कुसमानगर- संग्रामपुर तथा गुलदाहा-कुमारपुर पथ पानी के तेज बहाव के चलते बंद हो चुका है। यही हाल उदयनारायणपुर का भी है। मुखिया मंसारूल हक ने बताया कि अभीतक कोई प्रशासनिक पहल नहीं की गई है। उधर, महेशपुर प्रखंड का चंडालमारा पुल भी बाढ़ में ढह गया। फलस्वरूप आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। इलामी पंचायत की मुखिया सह भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता मिसफिका हसन ने सोमवार को बताया कि वे सुबह से ही अपने पंचायत सहित पूरे सदर प्रखंड के बाढ़ व जलजमाव प्रभावित गाँवों का दौरा कर रही हैं। साथ ही प्रभावित परिवारों की सूची संबंधित गाँवों व पंचायतों के पंचायत सेवकों तथा रोजगार सेवकों से तैयार करवा रही हैं, ताकि सबों यथाशीघ्र राहत उपलब्ध कराया जा सके।
Comments are closed.