पलामू में हल्की बारिश होने के कारण किसान काफी चिंतित
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सिटी पोस्ट लाइव, मेदिनीनगर: झारखण्ड के मेदिनीनगर जिला स्थित हुसैनाबाद अनुमंडल की आधी आबादी व बिहार के 1800 हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने वाली उतर कोयल मुख्य नहर में अब तक पानी नहीं छोड़ा गया है जिस कारण किसानों का आदरा नक्षत्र प्रारम्भ होने के बाद भी धान का बिजड़ा खेतों में नहीं डाला गया । इससे किसान मायूस है। माॅनसून विभाग द्वारा झारखंड में माॅनसून प्रवेश करने की घोषणा 15 जून से पूर्व ही की गई थी। किंतु अब तक पूरे पलामू में हल्की बारिश होने के कारण किसान काफी चिंतित हैं। किसानों ने कहा कि धान की अच्छी पैदवार के लिये किसान रोहनी नक्षत्र में भी धान का बिजड़ा डालते हैं। जिससे समय पर खेतों में धान की रोपनी होती है तो पैदवार अच्छी होती है। जबकि रोहनी नक्षत्र के बाद मृगडाह भी बीत गया 22 जून से आदरा नक्षत्र की भी शुरुआत हो गई है, किंतु हल्की बारिश होने के कारण किसान सक्ते में हैं। कहीं कहीं किसान अपने बलबूते पर मंहगे दाम कर डीजल तेल की खरीददारी कर बिजड़ा डालने का काम तो प्रारम्भ कर दिया गया है। डीजल तेल की काफी मंहगाई से भी किसान केंद्र व राज्य सरकार को ही कोसने में जुटे हैं। किसानों का कहना है कि एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार किसानों के लिये अच्छे दिन आने की घोषणा की थी, किंतु अब किसान अच्छे दिन के जगह बुरे दिन देखने को विवश हैं। अगर किसान की फसल अच्छी उग जाये तो वह मजदूरी व डीजल के दाम में ही खत्म हो जाते हैं। कई किसानों ने यह भी कहा कि किसान खेती करने की मजदूरी अगर जोड़ दे तो उसे खेतों की मालगुजारी देने के लिये भी पैसा नहीं बच सकता। अब किसान पलायन कर किसी अन्य राज्य में पैसा कमाकर खेती में लगाते हैं। किंतु अंत में उन्हें निराशा ही मिलती है।
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