भगवान बिरसा मुंडा की शहादत आज भी अंधूरी है : प्रेम शाही मुंडा
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: भगवान बिरसा मुंडा के 119वें शहादत दिवस पर रविवार को आदिवासी जन परिषद् ने कोकर स्थित उनकी समाधि स्थल पर श्रद्धासुमन आर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर परिषद् के अध्यक्ष प्रेम शाही मुंडा ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की शहादत आज भी अधूरी है। बिरसा मुंडा का सपना था आबुवा दिशुम आबुवा राज, जो अभी भी अधूरा है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के धर्म, संस्कृति के साथ ही उनके जीने का जरिया जल, जंगल, जमीन और सीएनटी, एसपीटी कानून में छेड़छाड़, बहुराष्ट्रीय कंपनियों और कॉरपोरेट घरानों द्वारा लगातार हमला कर बिरसा मुंडा की विचारधारा को समाप्त करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। परिषद् के महासचिव रतन सिंह मुंडा ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अपनी शहादत देकर देश के आदिवासियों को अन्तरराष्ट्रीय पहचान दिलाई थी लेकिन आज दुखद बात है कि सभी सत्ताधारी पार्टी के लोग भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर सिर्फ राजनीति करते हैं। इतिहास के पन्नों में उचित स्थान दिलाने के लिए राज्य सरकार केन्द्र को अनुशंसा करे, ताकि भगवान बिरसा मुंडा को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा और उचित सम्मान मिल सके। उन्होंने कहा कि आदिवासी जन परिषद् सरकार से मांग करती है कि भगवान बिरसा मुंडा के नाम से रांची में पुस्तकालय खोला जाए। इस अवसर पर भगीरथ सिंह मुंडा, चंद्रशेखर सिंह मुंडा, कैलाश मुंडा, उज्ज्वल लकड़ा, अनिल कच्छप आदि शामिल थे।
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