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कई हिस्सों में पेयजल संकट गंभीर, चाकूबाजी, सड़क जाम

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कई हिस्सों में पेयजल संकट गंभीर, चाकूबाजी, सड़क जाम

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड की राजधानी रांची समेत राज्य के कई हिस्सों में गंभीर पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। पानी को लेकर रांची में इस वर्ष पहली बार चाकूबाजी की घटना हुई, जबकि कई हिस्सों में सड़क जाम की घटनाएं भी सामने आ रही है। राजधानी रांची में  गुरुवार शाम पानी के लिए चाकूबाजी की घटना में महिला समेत पांच लोग घायल हो गये। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार राजधानी के कोतवाली थाना क्षेत्र के   भुइंया टोली में गुरुवार रात पानी के लिए चाकूबाजी हो गई। इस चाकूबाजी में पांच लोगों के घायल हो गये। बताया गया है कि टंकी से पानी भरने के दौरान लोगों में विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि बात हाथापाई तक पहुंच गई। इसी बीच कुछ लोगों ने चाकू से वार कर दिया।जिसमें एक महिला सहित पांच लोग घायल हो गये। सभी घायलों को इलाज के लिए सेवा सदन में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।  इधर,  उपराजधानी दुमका में तमाम कोशिशों के बावजूद इस भीषण गर्मी में पीने के पानी के लिए कई इलाके के लोगों को भारी मुसीबत झेलनी पड़ रही है। खास कर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या ज्यादा गंभीर है। पानी की समस्य को दूर करने की मांग को लेकर दुमका प्रखंड के कुरवा गांव की महिलाएं बाल्टी और बरतन लेकर सडक उतर आयीं और दुमका-रामपुरहाट राष्ट्रीय राज मार्ग 114 को घंटों जाम रखा। वहीं मंत्री लुईस मरांडी ने कहा कि सरकार पेयजल संकट के समाधान की दिशा में लगातार प्रयासरत है।महिलाओं का कहना है कि दुमका शहर को जिस योजना के तहत  पानी मुहैया कराया जा रहा है, उसका प्लांट उनके ही गांव में है और वहीं से शहर को पानी का सप्लाय किया जाता है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में पड़ने निर्माणाधीन दुमका मेडिकल कॉलेज को भी इसी शहरी जलापूर्ति योजना से पानी दिया जा रहा है, लेकिन उनके गांव को पानी नहीं मिल रहा है। उनकी मांग है कि जलापूर्ति योजना का प्लांट जब उनके गांव में है और इसका पानी सभी जगह जा रहा है, तो उन्हें पानी क्यों नहीं मिलेगा।  पानी के लिए सड़क जाम की सूचना मिलने पर राज्य की समाज कल्याण मंत्री और दुमका की विधायिका लुईस मरांडी  कुरुवा गांव पहुंचीं और समस्या के शीघ्र समाधान  का आश्वासन दिया। मंत्री ने कहा कि इस जलापूर्ति योजना की शुरुआत के वक्त वह क्षेत्र की विधायक नहीं थीं, उस वक्त के तत्कालीन मुख्यमंत्री और दुमका के विधायक को इस पर सोचना चाहिए था। गर्मी के मौसम में राज्य के अन्य  के शहरी इलाकों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी पेयजल संकट की स्थिति गंभीर हो गयी है, सरकार की ओर से पाईपलाईन जलापूर्ति के माध्यम से घर-घर स्वच्छ और शुद्ध पेयजल पहुंचाने की योजना शुरू की गयी है और यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में पेयजल संकट का समाधान हो जाएगा।

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