वित्त रहित शिक्षकों ने सीएम नीतीश के गृह जिले में निकाला आक्रोश मार्च
सिटी पोस्ट लाइव – वेतन नहीं मिलने से बौखलाए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में शिक्षकों का आक्रोश देखने को मिला |विगत 35 वर्षों से बगैर वेतन के कार्यरत वित्त रहित हाई स्कूल के शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों ने बाइक रैली निकालकर लोकसभा चुनाव में नोटा पर वोट डालने का निर्णय ले लिया है | इन शिक्षा कर्मियों ने नालंदा जिले के कई क्षेत्रों का दौरा करते हुए बिहार शरीफ के अस्पताल चौक पहुंचे जहां इन लोगों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया | महासंघ के प्रांतीय संयोजक राजकिशोर प्रसाद साधु का कहना है कि 1981 में बिहार के सभी विद्यालयों को प्रशिक्षित एवं स्थापना की अनुमति प्रदान की गई |
इस दौरान शिक्षकों ने कहा कि 715 माध्यमिक विद्यालय हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में है सभी छात्र-छात्राओं को हम लोग शिक्षा प्रदान कर रहे हैं | इन छात्र-छात्राओं को सरकारी योजनाओं का सभी लाभ मिल रहा है बावजूद इसके शिक्षाकर्मियों को इससे वंचित रखा गया है जिससे कई शिक्षक भुखमरी के कगार पर आ गए हैं | ऐसे परिवेश में जब सरकार ने हमारी समस्याओं पर विचार नहीं किया तो अंततः हम लोगों ने नोटा पर वोट डालने का निर्णय ले लिया है और आगामी विधानसभा चुनाव में भी पूरे बिहार के हमारे सभी शिक्षक नोटा पर ही वोट डालेंगे|
नालंदा से प्रणय राज की रिपोर्ट
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