रुंगटा ग्रुप की तानाशाही से तंग मल्हार जाति के लोगों ने दी आत्मदाह की चेतावनी, जांच करने पहुंचे अधिकारी
रुंगटा ग्रुप की तानाशाही से तंग मल्हार जाति के लोगों ने दी आत्मदाह की चेतावनी, जांच करने पहुंचे अधिकारी
सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: जिले में रामचंद्र रुंगटा और उनकी कंपनी के अधिकारियों के तानाशाह रवैया और हिटलरशाही फरमान की वजह से बरकाकाना क्षेत्र में हेहल गांव में ग्रुप की छिन्नमस्तिका सीमेंट एंड स्टील पावर प्लांट के परिसर में वर्षों से रह रहे मल्हार जाति के दर्जनों लोग परेशान हैं। इन लोगों ने कंपनी के खिलाफ शिकायत कर अपनी समस्या का समाधान न होने पर जिला प्रशासन को सामूहिक आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। डीसी राजेश्वरी बी को ग्रामीणों की चेतावनी की जानकारी मिली, उन्होंने तत्काल पतरातु अंचलाधिकारी निर्भय कुमार को इस मामले में जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया। डीसी के निर्देश पर अंचलाधिकारी निर्भय कुमार, पतरातु सर्किल इंस्पेक्टर विद्यासागर सहित पतरातु प्रखंड के कई पदाधिकारी शुक्रवार को हेहल गांव पहुंचे। उन्होंने रूंगटा के प्लांट की जमीन को लेकर जांच शुरू कर दी है। अंचलाधिकारी ने बताया है कि जल्दी ही ग्रामीणों की समस्या का निवारण कर दिया जाएगा। ग्रामीणों नेे प्रशासन को मात्र 15 दिनों का ही वक्त दिया है। अगर 15 दिनों में प्रशासन कार्रवाई नहीं कर सकता तो मल्हार जाति के दर्जनों सदस्य सामूहिक आत्मदाह करने को विवश होंगे। पतरातु अंचलाधिकारी निर्भय कुमार ने बताया कि जिस जमीन पर मां छिन्नमस्तिका प्लांट बना है उसमें साढ़े 12 एकड़ जमीन मल्हार जाति के लोगों की है। ग्रामीणों का यह आरोप है कि प्लांट के निर्माण को लेकर उनके पूर्वजों ने जब जमीन प्लांट को दी थी, तब प्लांट के मालिक ने सीएसआर फंड के तहत मल्हार जाति के लोगों को घर, पानी व बिजली के साथ अन्य सुविधाएं मुहैया कराने की बात कही थी। लेकिन अब कम्पनी के लोग प्लांट से मल्हार जाति के लोगों को हटाने की कार्रवाई करने में लगे हैं। इस संबंध में डीसी राजेश्वरी बी ने बताया कि मामला भूमि के स्वामित्व को लेकर है। पतरातू सीओ को जांच कर कार्रवाई करने को कहा गया है। इस मामले में रुंगटा ग्रुप के मैनेजर राजू अग्रवाल से भी बात करने कोशिश की गई पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
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