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1681करोड़ रुपये की पेयजल योजनाओं का शिलान्यास

मुख्यमंत्री ने कहा- जल सहिया बहनों को प्रतिमाह मिलेगा 1000रुपये मानदेय

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1681करोड़ रुपये की पेयजल योजनाओं का शिलान्यास
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: मुख्यमंत्री  रघुवर दास ने कहा कि राज्य की महिला शक्ति के रूप में जल सहिया बहनों एवं रानी मिस्त्रीयों ने पूरे देश में झारखंड का मान बढ़ाया है. पीएम नरेन्द्र मोदी ने ली सुध महिलाओं की और असम्भव को किया मुमकिन. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के सपने को साकार करने में झारखंड अग्रणी राज्यों की गिनती में आता है. झारखंड 1 वर्ष पूर्व ही पूर्ण ओडीएफ हो चुका है. इस कामयाबी को हासिल करने में राज्य की महिलाओं ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यह जल सहिया बहनों और रानी मिस्त्रियों के अथक प्रयास का ही प्रतिफल है कि आज संपूर्ण झारखंड शत प्रतिशत खुले में शौच मुक्त है. उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने आज खेलगांव, रांची में आयोजित राज्य स्तरीय जल सहिया सम्मेलन 2019 को संबोधित करते हुए कहीं.  मुख्यमंत्री ने राज्य की जल सहिया बहनों को मार्च 2019 से एक हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय राशि देने की घोषणा की. इसके अतिरिक्त अलग से प्रोत्साहन राशि देने की भी घोषणा की. यह राशि डीवीटी के माध्यम से सीधे जल सहिया दीदियों के बैंक अकाउंट में भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि जल सहिया बहनों की लंबी समय से मांग थी कि उन लोगों को मानदेय नहीं मिलता है. सरकार द्वारा उनकी मांगों को गंभीरता से लिया गया तथा राज्य के प्रत्येक जल सहिया बहनों को  1000 प्रतिमाह मानदेय देने की स्वीकृति कैबिनेट द्वारा दी गई. जल सहिया बहनों के लिए किया गया वादा आज हमारी सरकार ने पूरी की है. जल सहिया बहनों को स्वच्छता एवं पेयजल के क्षेत्र में किए जा रहे मूल कार्यों के लिए यह मानदेय दिया जाएगा साथ ही इसके अतिरिक्त की जा रही गतिविधियों के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी. मुख्यमंत्री   रघुवर दास ने कहा कि झारखंड राज्य की रानी मिस्त्री पूरे देश में चर्चित रहीं. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने “मन की बात“ कार्यक्रम में राज्य की रानी मिस्त्रीयों द्वारा शौचालय निर्माण के क्षेत्र में किए गए अनुकरणीय कार्यों की जमकर सराहना की थी. राज्य में नारी शक्ति सामाजिक बदलाव का सबसे बड़ा आधार हैं. नारी शक्ति ने ही राज्य में कृषि उद्योग, पशुपालन, बागवानी इत्यादि छोटे-छोटे लघु एवं कुटीर उद्योगों को संभालने का काम किया है. राज्य की आदिवासी बहनों में अपार क्षमता है. परिवार की इस शक्ति को हमें राज्य एवं राष्ट्र की शक्ति बनानी है. वर्ष 2014 तक झारखंड मात्र 18प्रतिशत खुले में शौच मुक्त था. पिछले 4 वर्षों में राज्य शत प्रतिशत खुले में शौच मुक्त हुआ है अर्थात स्वच्छ भारत मिशन के तहत राज्य में मिशन मोड पर शौचालयों का निर्माण हुआ. इस बड़ी उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री ने राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की सचिव, अधिकारीगण, जल सहिया बहनों एवं रानी मिस्त्रीओं को बधाई दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उपलब्धि टीम झारखंड की प्रतिबद्धता का सबसे बड़ा उदाहरण है. उन्होंने कहा कि आगे भी ओडीएफ प्लस के तहत स्वच्छ झारखंड के निर्माण में प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने की आवश्यकता है तभी हमसब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयंती के अवसर पर स्वच्छ झारखंड उनके चरणों में समर्पित कर सके यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में जल सहिया बहनों को प्लंबर की ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि घर घर पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुंचाने में उन्हें रोजगार मिल सके.
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं को मिला सम्मान
मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि आजादी के 67 वर्ष बीत जाने के बाद भी देश की महिलाओं की समस्याओं पर किसी भी सरकार की नजर नहीं थी. परंतु वर्ष 2014 में देश में श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार के गठन होने के बाद से ही महिलाओं को सम्मान मिलना प्रारंभ हुआ. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं की पीड़ा को समझते हुए पूरे देश में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के साथ-साथ साफ सफाई के लिए एक मुहिम चलाई. आज महिलाएं सम्मान की जिंदगी जी रही हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है. महिलाओं को सिर्फ प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने की जरूरत है जो राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कर रही है. उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी शक्ति की पूजा होती है. समाज में नारी शक्ति का सबसे ऊंचा स्थान है.
2020 तक राज्य के प्रत्येक घर में शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित होगी
मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि वर्ष 2020 तक राज्य के प्रत्येक घर में शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी आदिम जनजाति बाहुल्य टोलों में मुख्यमंत्री जन जल योजना के तहत पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुंचाई जाएगी. इस योजना के तहत लगभग 10 लाख जनसंख्या को शुद्ध पेयजल की सुविधा प्राप्त होगी. मुख्यमंत्री द्वारा आज पेयजल एवं स्वच्छता विभाग अंतर्गत कुल 11269 योजनाओं का शिलान्यास किया गया जिसकी कुल प्राक्कलित राशि 1681.99 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों में निवास करने वाले आदिम जनजाति परिवार के घरों तक मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराना सरकार का लक्ष्य है.
अब हर गांव होंगे रोशन लगेंगी एलइडी स्ट्रीट लाइट
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड आर्थिक विकास करने वाले राज्यों की सूची में गुजरात के बाद दूसरे स्थान पर है. आजादी के बाद पहली बार राज्य में डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड द्वारा प्राप्त राजस्व की 30प्रतिशत राशि का खर्च जिलों के पेयजल आपूर्ति कार्य और अन्य विकास कार्यों में खर्च करने का प्रावधान राज्य सरकार द्वारा किया गया है. सोलर के माध्यम से टंकी लगाकर घर-घर पाइपलाइन से पानी पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गैर आदिवासी गांवों में केंद्र सरकार द्वारा 14वें वित्त आयोग के पैसों से पानी पहुंचाने का कार्य किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों राज्य के सभी मुखिया के साथ बैठक आयोजित की गई थी इस बैठक में गांव में मुख्यतः 3 योजनाओं को लागू करने पर विचार किया गया था. इन 3 योजनाओं में पेयजल आपूर्ति योजना, सभी पंचायतों में 200 एलइडी स्ट्रीट लाइट लगाने की योजना तथा ग्रामीण सड़कों को फेभर ब्लॉक के माध्यम से बनाना सुनिश्चित किया गया है. उन्होंने कहा कि शहर की व्यवस्था को गांव तक पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की सभी योजनाएं आम जनता के आकांक्षाओं के अनुरूप बनाई गई हैं. योजनाओं में आम जनता की जितनी सहभागिता होगी योजनाएं उतनी ही सफल होंगी.
समय से एक वर्ष पूर्व ही झारखंड हुआ ओडीएफ
इस अवसर पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री   चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत झारखंड देश में पूर्ण ओडीएफ की उपलब्धि हासिल करने वाला पहला राज्य है. राज्य की जल सहिया बहनों एवं रानी मिस्त्रीओं के अथक प्रयास से ही यह संभव हो पाया है. समय से 1 वर्ष पूर्व ही इस लक्ष्य को झारखंड ने पूरा कर दिखाया है. उन्होंने कहा कि अब जल सहिया बहनें ओडीएफ प्लस के तहत निर्माण किए गए सभी शौचालयों का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित कराने पर कार्य करें. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के नेतृत्व में महिलाओं को सम्मान मिला है. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं की पीड़ा को समझते हुए पूरे देश में स्वच्छ भारत मिशन को मिशन मोड में चलाया है. वर्ष 2022 तक राज्य के सभी घरों में पाइप लाइन के माध्यम से जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने विश्वास जताया कि जल सहिया बहनें आगे भी इसी तरह प्रतिबद्धता के साथ पेयजल एवं स्वच्छता के क्षेत्र में कार्य करती रहेंगी. स्वस्थ झारखंड और स्वस्थ भारत के निर्माण में जल सहिया बहनें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.
इस अवसर पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की सचिव श्रीमती आराधना पटनायक ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सभी योजनाओं की विस्तृत जानकारी पर प्रकाश डाला. जल सहिया सम्मेलन में रामगढ़ के चितरपुर पूर्वी की अनिता कुमारी और हज़ारीबाग के सरली की नमिता कुमारी ने अपने अनुभव को साझा किया। जमशेदपुर और दुमका से ऑनलाइन मुख्यमंत्री ने जल सहियाओं से सीधा संवाद किया।
उत्कृष्ट कार्य करने वाली 13 जल सहिया बहनों को किया सम्मानित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री   रघुवर दास ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाली   अंजू देवी (हजारीबाग),   नमिता कुमारी (हजारीबाग),   अनिता कुमारी (रामगढ़),   नेहा देवी (रामगढ़),   सलमी देवी,   जयंती उरांव (लोहरदगा),   अनिमा बाड़ा,   बलवंती देवी (गुमला), श्रीमती कुंती देवी,   रीता देवी (रांची), श्रीमती अश्रिता होरो,   हेलेन कांडुलना (खूंटी) एवं   सुनीता देवी (लातेहार) जल सहिया बहनों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया. साथ ही साथ मुख्यमंत्री ने इन्हें मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 51-51 हजार रुपए की सम्मान राशि देने की भी घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में सम्मान से बड़ा कुछ भी नहीं है. आपका कार्य ही आपका सबसे बड़ा सम्मान है. इस अवसर पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री  चंद्र प्रकाश चौधरी, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की सचिव श्रीमती आराधना पटनायक, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के केंद्रीय संयुक्त सचिव श्री हिरण्य बोराह, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियंता प्रमुख श्री श्वेताभ कुमार सहित रांची, खूंटी, रामगढ़, लोहरदगा, हजारीबाग एवं गुमला जिले से हजारों की संख्या में पहुंची जल सहिया बहनें और रानी ने मिस्त्रीयां उपस्थित थीं.पूरे राज्य की जलसहिया ऑनलाइन जुड़ी हुई थी।

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